नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में सीजफायर के खात्मे के साथ ही सुरक्षाबल एक फिर आतंकियों पर टूट पड़े हैं। बांदीपोरा के जंगलों में जारी सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों ने 4 आतंकियों को मार गिराया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षाबल यहां बीते कई दिनों से सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। गौरतलब है कि रमजान के दौरान भारत सरकार ने कश्मीर घाटी में एकतरफा संघर्षविराम का ऐलान किया था। लेकिन अपेक्षित नतीजे ना मिल पाने के कारण रविवार को एकतरफा सीजफायर खत्म कर दिया गया।
वहीं कश्मीर में ISIS ने एक बार फिर दस्तक दी है। ईद के दिन पहले श्रीनगर के पंथा चौक पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन आईएसआईएस ने ली है। 16 जून को आतंकियों ने पंथा चौक पर फायरिंग की थी और ग्रेनेड फेंके थे। इस हमले में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया था। इस हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस ने ली है। कश्मीर में ये कोई पहला मामला नहीं है जब किसी आतंकी घटना की आईएस ने जिम्मेदारी ली हो ,रमजान के दौरान पत्थरबाजों के हाथ में आईएस के काले झंडे दिखे थे। अब जांच एजेंसिया ये जानने की कोशिश कर रही है क्या, वाकई ये आईएस के आतंकी थे या फिर पाकिस्तान की कोई नई चाल है।
जब देश भर में लोग एक दूसरे को ईद की बधाईयां दे रहे थे तो श्रीनगर के पंथा चौक पर पत्थरबाज आईएस और पाकिस्तान के झंडों को लेकर सड़क पर आ गये थे। भीड़ बेकाबू हो रही थी। और जब सीआरपीएफ ने इस बेकाबू भीड़ को रोकने की कोशिश की। तो अमन के दुश्मनों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। HOLD बाद में पंथा चौक पर हुए हमले में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया। इस हमले के दो दिन बाद आईएस ने इसकी जिम्मेदारी ली है। 'रमजान सीजफायर' के दौरान आतंकियों द्वारा ग्रेनेड फेकने तथा सुरक्षाबलों पर हमलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी। अब आतंकियों के खिलाफ सेना का ऑपरेशन ऑलआउट फिर से शुरू होने से आतंकियों के हौसले एक बार फिर पस्त होने की उम्मीद है।
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