श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कहा है कि हालिया आतंकी हमलों के जिम्मेदार लोग यदि पाताल में भी छिपे हों तो उन्हें खोजकर सजा दी जाएगी। इंडिया टीवी के चेयरमैन एवं एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में सिन्हा ने कहा कि आतंकियों द्वारा टारगेटेड किलिंग एक मैसेज देने के लिए की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह एक आम नागरिक को गोलियों से भून देना एक नया पैटर्न है। हालांकि उन्होंने घाटी के हर शख्स की जिन्हें आतंकी टारगेट करना चाहते हैं, विशेष रूप से सिखों, हिंदुओं और कश्मीरी पंडितों की सुरक्षा का मुकम्मल इंतजाम किया जाएगा।
यह पूछे जाने पर कि आतंकियों द्वारा इस तरह टारगेट करके लोगों की हत्या करने के पीछे क्या मंशा हो सकती है, मनोज सिन्हा ने कहा, 'यह स्वाभाविक रूप से कायरतापूर्ण हमला है, और शायद पहली बार किसी महिला पर इस तरह हमला करके उसकी जान ली गई है। वह महिला यतीम बच्चों की सेवा करती थी, उनके लिए काम करती थी और कश्मीर के अनेक बच्चों को पढ़ा करके उनका भविष्य निर्माण करती थी। इसकी जितनी निंदा की जाए कम है। उनके परिजनों के प्रति हमारी पूरी संवेदना हैं, और उनके आंसुओं की एक-एक बूंद का हिसाब सूद सहित और कायदे से किया जाएगा। यह सच है कि टारगेटेड किलिंग की जा रही है।'
सिन्हा ने कहा, 'टारगेटेड किलिंग एक मैसेज देने के लिए की जा रही है। आतंकवाद फैलाने की कोशिश जो कुछ यहां के लोग और कुछ कहीं और बैठे उनके आका कर रहे हैं, उनसे निपटे के लिए सुरक्षाबलों को पूरी आजादी दी गई है। इस तरह आम आदमी को गोलियों से भून देना एक नया पैटर्न है। इन लोगों को पसंद नहीं है कि यहां शांति, सद्भाव और विकास आए। जम्मू-कश्मीर में जुलाई में लगभग 10.5 लाख लोग घूमने के लिए आए थे। अगस्त में 11 लाख 28 हजार लोग आए थे और सितंबर में यह आंकड़ा 12.25 लाख के ऊपर चला गया था। ये समान्य आदमी के जीवन को बर्बाद करना चाहते हैं। इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों को पाताल से खोजकर सजा देने का काम प्रशासन करेगा।'
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