श्रीनगर: पत्रकार शुजात बुखारी की गोली मारकर हत्या, सुरक्षा में लगे गार्ड की भी मौत
बुखारी शहर के केंद्र लाल चौक में प्रेस एंक्लेव स्थित अपने कार्यालय से इफ्तार पार्टी के लिए निकल रहे थे। तभी उन पर गोली चलायी गई।
श्रीनगर: वरिष्ठ पत्रकार एवं राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गुरूवार को श्रीनगर में उनके कार्यालय के बाहर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनके साथ उनका एक पीएसओ भी मारा गया। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बुखारी यहां प्रेस एंक्लेव स्थित अपने कार्यालय से एक इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे कि तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने उन पर हमला कर दिया।
उन्होंने बताया कि बुखारी की सुरक्षा में तैनात उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) में से एक की इस हमले में मौत हो गई। हमले में एक अन्य पुलिसकर्मी तथा एक आम नागरिक घायल हो गया। अधिकारियों ने बताया कि हमले में घायल दोनों लोगों की हालत गंभीर है। हमला ईद से पहले हुआ है। तत्काल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमलावरों की संख्या कितनी थी। बुखारी ने पूर्व में द हिन्दू के कश्मीर संवाददाता के रूप में भी काम किया था। उन्होंने कश्मीर घाटी में कई शांति सम्मेलनों के आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह पाकिस्तान के साथ ट्रैक -2 प्रक्रिया का भी हिस्सा थे।
इस हत्या का बाद समाज के हर हिस्से से इस पर प्रतिक्रिया आ रही है। प्रेस क्लब आफ इंडिया ने एक बयान में कहा , ‘‘प्रेस क्लब आफ इंडिया इस निर्मम आतंकी हमले से स्तब्ध एवं दुखी है जिसमें रमजान के पवित्र महीने में शुजात बुखारी की जान चली गयी।’’ बयान में कहा गया, ‘‘शुजात बुखारी की जान लेने वाला आतंकी हमला दिखाता है कि पत्रकारों का जीवन बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। कश्मीर घाटी में शांति कायम करने के विरोध में रही ताकतों ने युक्ति , न्याय एवं शांति की बात करने वाली एक आवाज को मौन कर दिया।’’
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा, ‘‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या कायराना हरकत है। यह कश्मीर की विचारशील आवाज को दबाने की कोशिश है। वह साहसी एवं निर्भीक पत्रकार थे। उनकी मौत से बहुत स्तब्ध और दुखी हूं। मेरी संवेदना शोक संतप्त परिवार के साथ हैं।’’
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘वह बहुत बहादुर थे जिन्होंने जम्मू कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निडरता से संघर्ष किया। मेरी संवेदना उनके परिवार के प्रति है। वह बहुत याद आयेंगे।’’
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने भी वरिष्ठ पत्रकार की हत्या को आतंकवादियों का एक कायराना कृत्य करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘राइजिंग कश्मीर के एडिटर इन चीफ की श्रीनगर में हत्या की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। आतंकवादियों का यह कृत्य निंदनीय और कायराना है।’’
ज्यसभा में विपक्ष के नेता एवं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा, ‘‘उन्होंने (बुखारी) 2014 की बाढ़ के दौरान काफी अच्छा कार्य किया। वह एक अच्छे व्यक्ति थे। उनकी मृत्यु से हमने एक अच्छा पत्रकार और समाजसेवक खो दिया है।’’
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘इतना स्तब्ध हूं कि शब्दों में बयां नहीं कर सकता। शुजात को जन्नत मिले और उनके प्रियजनों को इस मुश्किल घड़ी में ताकत मिले।’’ अब्दुल्ला ने बुखारी के साथ ट्विटर पर हुए संवाद की एक स्क्रीनशाट भी पोस्ट की।
केंद्रीय विधि मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया, ‘‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की नृशंस हत्या की सूचना पर दुखी हूं। ऐसी विचारशील आवाजों को दबाने का आतंकवादियों का ऐसा प्रयास कभी सफल नहीं होगा।’’
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने बुखारी की हत्या को प्रेस की स्वतंत्रता पर एक हमला बताया उन्होंने कहा, ‘‘शुजात बुखारी की हत्या प्रेस की स्वतंत्रता पर एक नृशंस हमला है। आतंकवादियों का एक कायराना एवं निंदनीय कृत्य। हमारी निर्भीक मीडिया हमारे लोकतंत्र की महान ताकतों में से एक है और हम मीडिया कर्मियों को एक सुरक्षित एवं अनुकूल कामकाजी माहौल मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं’’