जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों पर व्यापक कार्रवाई के संकेतों के बीच शुक्रवार रात जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया। दूसरी ओर जमात ए इस्लामी (जेईआई) के 12 नेताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। इस बीच जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर इन गिरफ्तारियों का विरोध किया है।
अधिकारियों ने बताया कि यासीन मलिक को कल रात हिरासत में लेकर सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। पुलिस पहले उन्हें कोठीबाग पुलिस स्टेशन लाई। बाद में उन्हें सेंट्रल जेल रवाना कर दिया गया है।
सुरक्षा बलों ने राज्य में जमात ए इस्लामी (जेईआई) के नेताओं पर भी बड़ी छापे मारी की है। खबर है कि जमात के 12 नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कश्मीर घाटी में कल रेड के दौरान जिन नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया उनमें डा अब्दुल हमीद फयाज ,जाहिद अली ,गुलाम कादिर लोन ,अब्दुल रउफ ,मुदस्सिर अहमद,अब्दुल सलाम ,बख्तावर अहमद ,मोहम्मद हयात ,बिलाल अहमद ,गुलाम मोहम्मद डार शामिल हैं। अधिकारियों के मुताबिक पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि अभी किसी और के हिरासत में लिये जाने की पुष्टि नहीं की गयी है। पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर भीषण आतंकवादी हमले के आठ दिन बाद यह कार्रवाई सामने आयी है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे।
महबूबा ने जताया विरोध
यासीन मलिक सहित जमात के 12 अन्य नेताओं की गिरफ्तारी पर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री तथा पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कड़ा विरोध जताया है। महबूबा ने ट्वीट कर कहा है कि पिछले 24 घंटों में हुर्रियत नेताओं और जमात संगठन के कार्यकताओं को गिरफ्तार किया गया है। उन्हें किस आधार पर हिरासत में लिया गया है? आप लोगों को गिरफ्तार कर सकते हैं उनके विचारों को नहीं।
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