नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों द्वारा घोषित संसद मार्च के दौरान एक रोचक दृश्य तब देखने को मिला, जब महिला प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली पुलिस को लक्ष्य कर अपनी चूड़ियां लहराईं। छात्राओं ने कहा कि दिल्ली पुलिस इसलिए मार्च को आगे नहीं बढ़ने दे रही है, क्योंकि भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने उसे रोकने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस को चूड़ियां पहन लेनी चाहिए, क्योंकि वह मार्च को आगे बढ़ने नहीं दे रही है।
बाटला हाउस की निवासी मंजुरी ने अपनी चूड़ियां लहराते हुए कहा, "वे इस तरह की हरकत कर रहे हैं, जैसे उन्होंने हाथों में चूड़ियां पहन रखी है, लिहाजा बेहतर होगा कि वे हमारी चूड़ियां पहन लें।"
इसके पहले, पुलिस ने होली फैमिली अस्पताल के पास प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। यह लाठीचार्ज प्रदर्शनकारियों को वापस लौटाने के लिए किया गया। लेकिन प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच होली फैमिली अस्पताल के पास गतिरोध बना हुआ है। सुरक्षा बलों ने उस समय प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया, जब प्रदर्शनकारियों ने उनपर पानी के पाउच फेंके और गालियां दीं।
सीएए विरोधी मार्च सोमवार को निर्धारित समय से काफी देर से जामिया मिलिया इस्लामिया से भारी सुरक्षा के बीच शुरू हुआ। पुलिस ने शुरुआत में प्रदर्शनकारियों को मार्च की अनुमति नहीं दी थी। संसद मार्च का आह्वान नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ जामिया समन्वय समिति ने किया था।
इसी तरह का एक मार्च महात्मा गांधी के शहादत दिवस पर 30 जनवरी को बापू की समाधि राजघाट तक निकाला जा रहा था, जिस दौरान खुद को रामभक्त बताते वाले एक युवक ने सीएए के समर्थन नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों पर गोली दाग दी थी, जिसमें एक छात्र घायल हो गया था।
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