नई दिल्ली: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरा होने के मौके पर इंडिया टीवी द्वारा आयोजित विशेष कार्यक्रम 'मंत्री सम्मेलन' में जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने कई मुद्दों पर बात की। लोगों को आर्थिक मदद देने के सवाल पर गजेंद्र शेखावत ने एक कहावत के जरिए अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि किसी भूखे शख्स को मछली देने से अच्छा है कि उसे आप मछली पकड़ना सिखा दें, ऐसा होने पर वह जिंदगी भर अपने और अपने परिवार का पेट पाल सकता है।
लोगों को आर्थिक मदद देने के सवाल पर इंडिया टीवी से बात करते हुए गजेंद्र शेखावत ने कहा, ‘हम लोगों का विजन है कि लोगों को इंपावर करने के लिए पैसा दो। एक भूखे शख्स को अगर आप एक मछली देते हैं तो निश्चित तौर पर उसके लिए वह त्वरित राहत होगी, लेकिन यदि आप उसी शख्स को मछली पकड़ना सिखा देंगे, तो वह जिंदगी भर अपना और अपने परिवार का पेट पाल सकता है। यही हमारा विजन है।’
जलशक्ति मंत्री गजेंद्र शेखावत ने इस कार्यक्रम में गंगा जल के क्लीनिकल ट्रायल पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘मंत्रालय के साथ नदियों पर काम करने वाले कई संगठनों ने इसका प्रस्ताव भेजा था। उसमें कहा गया था कि कोरोना वायरस के इलाज में क्या गंगा के पानी का इस्तेमाल हो सकता है, इसका क्लीनिकल टेस्ट किया जाना चाहिए। गंगा का पानी 100 साल भी रख दें तो खराब नहीं होता। कोरोना के जांच में गंगाजल का इस्तेमाल हो सकता है, इस बारे में अध्ययन के लिए आईसीएमआर को प्रस्ताव भेजा था।’
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