जयपुर/सीकर: राजस्थान के कई हिस्सों में कड़ाके की सर्दी और शीतलहर के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो गया है। राज्य के एकमात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में रविवार को इस मौसम का सबसे कम तापमान रहा। यहां न्यूनतम तापमान शून्य से तीन डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार राजधानी जयपुर में 13 दिसम्बर 1964 के बाद रविवार सुबह न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के निदेशक शिवगणेश ने बताया, ‘‘दिसम्बर और जनवरी के महीने में उत्तरी अक्षांशो के ठंडे इलाकों से शुष्क एवं ठंडी हवाएं राजस्थान में प्रवेश करती हैं जिसके कारण राज्य का वातावरण ठंडा एवं शुष्क हो जाता है और न्यूनतम तापमान में काफी गिरावट आ जाती है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘रविवार सुबह राजधानी जयपुर का तापमान 01.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इससे पहले 13 दिसम्बर 1964 में दिसम्बर महीने में जयपुर में न्यनूतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।’’ उन्होंने बताया, ‘‘न्यूनतम तापमान चूरू में 1.2 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 1.6 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 1.8 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 2 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 2.6 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 2.8 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 3 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 3.2 डिग्री सेल्सियस, सवाईमाधोपुर में 4.2 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 4.6 डिग्री सेल्सियस, ऐरनपुरा रोड में 4.8 डिग्री सेल्सियस, फलौदी में 5 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 5.5 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 6 डिग्री सेल्सियस, बाडमेर में 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
वहीं, राज्य के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 26.2 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया।’’ जिले में और आसपास के इलाकों में पड़ रही कड़ाके की सर्दी से यहां जनजीवन काफी प्रभवित हुआ। सर्दी के चलते बाजार भी सूने-सूने नजर आ रहे हैं। लोग जगह-जगह ठंड से बचने के लिए अलाव तापते नजर आए।
मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह पिलानी, चूरू, टोंक, जयपुर, कोटा, सवाईमाधोपुर, बूंदी, बीकानेर श्रीगंगानगर और जैसलमेर में कोहरा के कारण वाहन चालकों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। विभाग ने आगामी एक दो दिनों में राज्य के अधिकतर हिस्सों में तापमान में गिरावट होने की संभावना जताई है।
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