जम्मू: भारत में आतंकवाद को फैलाने के लिए पाकिस्तान अब ड्रोन का सहारा ले रहा है। सुरक्षा एजेंसियों ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कनाचक क्षेत्र में एक ड्रोन को मार गिराया है और उस ड्रोन के साथ 5 किलो विस्फोटक बंधा हुआ पाया गया है। इस मामले पर जानकारी देते हुए ADGP मुकेश सिंह ने बताया कि सीमापार से भारत के अंदर लगातार ड्रोन का इस्तेमाल करके विस्फोटक और हथियार भेजे जा रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि पाकिस्तान अब ड्रोन का इस्तेमाल करके भारत में आंतकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा है।
ADGP मुकेश सिंह ने बताया कि पिछले एक साल में सीमा पार से ड्रोन के जरिए जो विस्फोटक और हथियार भेजे गए हैं उनमें सुरक्षा बलों को अबतक 16 AK-47 राइफल, 4 M-4 अमेरिकी राइफल्स, 34 पिस्टल तथा 18 IED बरामत गिए हैं। उन्होंने बताया कि कई बार सीमा पार से ड्रोन के जरिए करेंसी भी भारतीय सीमा के अंदर गिराई गई है और अबतक 4 लाख रुपए बरामद किए गए हैं।
ADGP मुकेश सिंह ने बताया कि शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने जिस ड्रोन को मार गिराया है वह भारतीय सीमा में दाखिल होने के बाद लगभग 20 किलोमीटर अंदर तक आ सकता है। उन्होंने बताया कि ड्रोन अधिकतम 10-12 किलो तक वजन उठाकर सीमा में घुस सकता है और 10-12 किलो वजर से साथ वह अधिकतर 10-12 किलोमीटर का सफर तय कर सकता है और वजन कम होने पर ज्यादा सफर तय कर सकता है। उन्होंने बताया कि पहले ड्रोन के जरिए भारतीय सीमा में जो AK-47 राइफलें गिराई गई थी उन्हें 10-12 किलोमीटर के दायरे में गिराया गया था।
उन्होंने कहा कि ड्रोन से लगा पेलोड गिराने के लिए एक रस्सी का इस्तेमाल होता है और शुक्रवार को जो ड्रोन गिराया गया है उसमें ठीक वैसी ही रस्सी देखी गई है जैसी रस्सी कुछ दिन पहले एयरफोर्स पर हुए ड्रोन हमले के बाद बरामद हुई थी।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को जो ड्रोन मार गिराया गया है वह 6 पंखों वाला ड्रोन था और वह एक असेंबल ड्रोन था जिसके कुछ हिस्से चीन में बने हैं तो कुछ ताईवान और हांगकांग में। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि ड्रोन पर जो सीरियल नंबर है, उस सीरियल नंबर औरएक साल पहले कठुआ में मार गिराए गए ड्रोन के सीरियल नंबर में सिर्फ एक अंक का अंतर है।
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