नयी दिल्ली: भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 10 सदस्यों वाली एक टीम 18,000 फुट पर पिछले एक पखवाड़े से खराब मौसम और बर्फीले तूफान का सामना कर रही है। यह टीम वहां आठ पर्वतारोहियों के शव लाने गई है जिनकी मौत चढ़ाई के दौरान उत्तराखंड में नंदा देवी पूर्वी चोटी पर मई में हो गई थी।
हालिया जानकारी के मुताबिक एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सात बरामद शवों में से चार को पहाड़ के एक रिज तक ले आया गया है ताकि उन्हें यहां से कंधे पर 15,250 फुट पर स्थित एक आधार शिविर तक लाया जा सके और इसके बाद हेलीकॉप्टर की मदद से नीचे भेजा जा सके।
अधिकारी ने बताया कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों की इस टीम को इतनी ऊंचाई पर गए हुए एक पखवाड़ा हो चुका है। जवानों की यह टीम दक्ष पर्वतारोही और दूसरे कमान रैंक के अधिकारी रतन सिंह सोनल के नेतृत्व में पहाड़ पर गई है। सबसे पहले भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हेलीकॉप्टरों ने तीन जून को यहां शवों को देखा था।
उन्होंने बताया कि सात शव बरामद कर लिए गए हैं लेकिन एक का पता अब भी नहीं चला है और टीम उसे रोजाना एक नए तरीके से खोजने का प्रयास करती रही है।
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