नई दिल्ली: जरा कल्पना कीजिए कि किसी लड़की को दोनों हांथ न हों और वह National Handwriting Contest जीत जाए। विश्वास नहीं हुआ न। मगर दोस्तों यह बात सच है, एकदम सच। अमेरिका में रहने वाली अनन्या एलिक नाम की एक लड़की उन लाखों लोगों के लिए मिसाल बन चुकी है जो कुछ खोने से बाद हार मान बैठते हैं।
सात साल की एलिक जब पैदा हुई थी तब उसके दोनों हाथ नहीं थे, लेकिन फिर भी उसने प्रोस्थेटिक का इस्तेमाल नहीं किया। लेकिन यह शारीरिक कमजोरी उसे अमेरिका में National Handwriting Contest जीतने से नहीं रोक सकी। अनन्या जब लिखती है तो वह अपने दोनों हाथों में पेंसिल को फंसाती है। वो लिखने के लिए मेज पर खड़ी होती है ताकि वह सही एंगल बना पाए।
वह वर्जीनिया के ग्रीनब्रीअर क्रिस्टियन एकेडमी की फर्स्ट ग्रेडर है और उसने पाण्डुलिपि लेखन शैली में उतकृष्टता के लिए निकोलस का मैक्सिमम स्पेशल अवार्ड जीता है। अनन्या के स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि अनन्या एक अद्भुत लड़की है। वहीं अनन्या की मां ने बताया कि वो खुद ही अपने जूतों के फीते बांधती है, खुद से ही कपड़े पहनती है और उसे अपने किसी भी काम को करने के लिए सहायक की जरूरत नहीं होती है।
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