नई दिल्ली: जिस वक्त देश में आम चुनाव चल रहा होगा उस वक्त पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की तरफ से एक बड़ा युद्ध थोपा जा सकता है। इस इंटेलिजेंस रिपोर्ट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज एक अहम मीटिंग कर तमाम तरह के हालात से निपटने पर चर्चा की। इंडिया टीवी को कुछ सीक्रेट दस्तावेज मिले हैं। ये सीक्रेट दस्तावेज देश की तीन बड़ी खुफिया एजेंसियों रॉ यानी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग, एमआई यानी आर्मी इंटेलिजेंस और आईबी यानी इंटेलिजेंस ब्यूरो ने तैयार की है। तीनों ने अपनी अलग-अलग रिपोर्ट इस मीटिंग के दौरान सरकार के सामने रखी। तीनों खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट में एक बात कॉमन है वो ये कि...पाकिस्तान युद्ध की तैयारी कर रहा है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में जिस वक्त चुनाव हो रहे होंगे, पाकिस्तान जंग शुरू करने का पूरा प्लान बना चुका है।
साउथ ब्लॉक के वॉर रूम में ये मीटिंग बुलाई गई। मीटिंग प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से बुलाई गई थी जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनके साथ सरकार के सबसे बड़े अफसर बैठे। उनके अलावा आर्मी चीफ बिपिन रावत, एयरफोर्स चीफ बी एस धनोआ, नेवी चीफ सुनील लांबा और देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल राउंड टेबल पर बैठे। इस मीटिंग की वजह देश की सुरक्षा को लेकर आई ऐसी खुफिया रिपोर्ट थी जिसने चुनाव के समय सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी।
खुफिया रिपोर्ट बताती है कि जंग के जुनून में पाकिस्तान आर्मी अपने मुल्क की चुनी हुई सरकार की भी सुनने को तैयार नहीं है। ये बात दुनिया को पता है कि पाकिस्तान की हर हुकूमत वहां की फौज की गुलाम है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा, इमरान के बदले जैश चीफ मसूद अजहर से मीटिंग कर रहे हैं। जैश और पाकिस्तान आर्मी इस सेटिंग में लगी है कि कैसे भी हिन्दुस्तान से युद्ध किया जाए। इसीलिए हमारी सेना पूरी तरह चौकस और मुस्तैद है। हर दुस्साहस का करारा जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री की तैयारी पूरी है।
पाकिस्तान के सिर पर भारत के साथ युद्ध करने का जुनून क्यों चढ़ा है। इसकी तीन बड़ी वजहें हैं। पहली वजह...पाकिस्तान में आर्मी इमरान खान की नहीं सुन रही । दूसरी वजह मौलाना मसूद अजहर का 'ऑपरेशन कश्मीर' फ्लॉप हो चुका है, जिन आतंकियों को उसने तैयार किया, वो भारत की एयरस्ट्राइक में कब्रिस्तान पहुंच चुके हैं, इसीलिए मसूद पाकिस्तान आर्मी के पीछे छिप कर हिंदुस्तान से जंग के लिए बेताब हो रहा है। तीसरी वजह IS और जैश-ए-मोहम्मद में आतंकिस्तान पर कब्जे को लेकर जबर्दस्त अंदरुनी लड़ाई चल रही है। आतंकी संगठन IS चाहता है कि मिशन-कश्मीर का जिम्मा अब उसे मिले। लेकिन खुफिया रिपोर्ट ये है कि मसूद अजहर को डर है कि अगर ऑपरेशन कश्मीर से उसे बाहर निकाल दिया गया तो फिर पाकिस्तान उसकी चापलूसी करना छोड़ देगा। लिहाजा पाकिस्तान आर्मी और मसूद दोनों को एक दूसरे की ज़रूरत है। और दोनों भारत के खिलाफ जंग चाहते हैं।
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