अगले 4 साल में इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसा दिखेगा New Delhi Railway Station, तस्वीरें आयीं सामने
भारतीय रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का कायापलट करने का फैसला लिया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बनने वाले नए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की फोटो ट्टीट कर इस बात की जानकारी दी है।
नई दिल्ली। भारतीय रेलवे ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का कायापलट करने का फैसला लिया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बनने वाले नए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की फोटो ट्टीट कर इस बात की जानकारी दी है। रेलवे की संस्था रेलवे लैंड डेवेलपमेंट अथॉरिटी (आरएलडीए) नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और आस-पास के इलाकों का बड़े पैमाने पर रिडेवलपमेंट कर रही है। भविष्य में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन कैसा दिखेगा इसकी तस्वीरें सामने आयी हैं। आरएलडीए ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की प्रोजेक्टेड इमेज जारी की हैं। बताया जा रहा है कि 2024 के अंत तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।
नए मास्टर प्लान का एरिया लगभग 120 हेक्टेयर
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को अत्याधुनिक बनाने वाले इस प्रोजेक्ट को 60 वर्षों के कन्सेशन पीरियड के लिए डिजाइन-बिल्ड फाइनेंस ऑपरेट ट्रांसफर (डीबीएफ़ओटी) मॉडल पर विकसित किया जाएगा। इसमें करीब 680 मिलियन अमरीकी डॉलर की लागत आएगी। इस प्रोजेक्ट को लगभग चार वर्षों में पूरा किया जाना है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के नए मास्टर प्लान का एरिया लगभग 120 हेक्टेयर का है, जिसमें से 88 हेक्टेयर को पहले चरण में विकसित किया जाना है। इसे दो हिस्सों में बांटा गया है- पहला स्टेशन का अंदरुनी हिस्सा और दूसरा स्टेशन एस्टेट के तहत होटल, कार्यालय, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, पार्किंग जैसी सुविधाएं होंगी।
50 अन्तर्राष्ट्रीय फुटबॉल मैदानों के बराबर का है एरिया
स्टेशन परिसर को 33 लाख वर्ग फीट में बनाया जाएगा, जो दिल्ली के इंदिरागांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 का करीब 60 प्रतिशत है। इसके अलावा 550,000 वर्ग फीट जमीन में अन्य डिवेलप्मेंट किया जाएगा जिसे रिटेल-कम-एमिनिटी एरिया कहा जा सकता है। इस इलाके के क्षेत्रफल को रोचक ढंग से समझना चाहें तो स्टेशन और एमिनिटी एरिया को मिला कर ये 50 अन्तर्राष्ट्रीय फुटबॉल मैदानों के बराबर का एरिया होगा।
कैसा होगा स्टेशन के भीतर का नजारा
नए रेलवे स्टेशन के भीतर का मज़ारा कुछ उसी तरह होगा जैसा आप एयर पोर्ट में दाखिल होने के बाद देखते हैं। यानि यात्रियों के लिए लाउंज होंगे, फूड कोर्ट होंगे, रेस्ट रूम होंगे, रिटेल शॉपिंग एरिया होगा। ये सभी कुछ एक छत के नीचे होगा जो प्लेटफार्म के तल से ऊपर के तल पर होगा। यहाँ यात्रियों के लिए प्रतीक्षा करने, आराम करने और उनके मनोरंजन सम्बंधी सुविधाएं मौजूद होंगी। स्टेशन की बिल्डिंग को ग्रीन बिल्डिंग का दर्जा प्राप्त होगा जिसमें प्राकृतिक हवा और रोशनी का अधिकतम इस्तेमाल किया जाएगा।
जून 21 तक तय होंगे प्राईवेट पार्टनर
स्टेशन और उससे जुड़े इलाकों के रीडेवेलपमेंट के इस प्रॉजेक्ट की लागत करीब 5,000 करोड़ रूपए होगी। जबकि इस इलाके से जुड़े व्यावसायिक डेवेलपमेंट में करीब 1,200 करोड़ रूपए अलग से खर्च होंगे। आरएलडीए ये पैसा प्राईवेट पब्लिक पार्टनरशिप के ज़रिए जुटाएगा। इसके लिए जल्द ही एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट की प्रक्रिया पूरी होगी और बिड के जरिए जून 21 तक प्राईवेट पार्टनर तय कर लिए जाएंगे। बता दें कि, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन देश का सबसे बड़ा स्टेशन है। व्यस्तता में ये देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेशन है। यहां रोज़ करीब पाँच लाख यात्री आते-जाते है। यहां 400 से ज्यादा ट्रेनें रोज आती-जाती हैं। इन ट्रेनों की संख्या भी आगे बढ़ने वाली है।
स्टेशन के भीतर सिर्फ जरूरतमंद यात्री ही रह सकेंगे
स्टेशन पर प्रत्येक यात्री का एंट्री और एग्जिट टाईम उसके यात्रा टिकट या प्लेटफार्म टिकट के आधार पर आटोमैटिक तरीके से नोट हो जाएगा। इस आधार पर यात्रियों के आगमन और प्रस्थान को आवश्यकतानुसार नियमित या नियंत्रित किया जा सकेगा। नए स्टेशन को कनाट प्लेस से, मुख्य छः लेन सड़क मार्ग के अलावा एक ऐसी पैदल सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा जिस पर सिर्फ पैदल यात्री ही चल सकेंगे और इस पूरे रास्ते में दाईं और बाईं ओर शॉपिंग सेंटर्स, शो रूम या दुकानें होंगी। ये रास्ता मौजूदा स्टेट एंट्री रोड के पास बनेगा।
नए स्टेशन में विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं होंगी। यात्रियों के लिए कम्यूनिटी स्पेस होगा। स्टेशन को कनाट प्लेस और नए बने अत्याधुनिक शॉपिंग एरिया से इस प्रकार सड़कों और पैदल रास्तों से जोड़ा जाएगा कि कहीं भी भीड़ और जाम न होने पाए। रिडेवलपमेंट के अंतर्गत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग, प्लेटफार्म और यात्रियों के आने-जाने के सभी रास्ते पूरी तरह बदल जाएंगे। स्टेशन में आने-जाने के लिए अलग-अलग टर्मिनल होंगे।