एलओसी पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी, 2 की मौत
बता दें कि आज हिजबुल आंतकी बुरहान वानी के इन्काउंटर को एक साल पूरा हो गाया और कुछ अलगाववादी ग़ुटों द्वारा उसकी बरसी मनाने की ख़बरों के बीच घाटी में तनाव बढ़ गया है। अलगाववादियों ने एक हफ्ते तक विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है
जम्मू: जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) से सटे क्षेत्र के पास शनिवार को पाकिस्तानी सेना द्वारा गोलीबारी और गोलाबारी में दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक, "मारे गए लोगों में एक छुट्टी पर चल रहा (ऑफ ड्यूटी) जवान और उसकी पत्नी शामिल हैं। इस हमले में उनके दो बच्चे घायल हो गए।" उन्होंने बताया, "एलओसी पर गुलपुर क्षेत्र में उनके घर पर सीमा पार से फेंका गया गोला उनके घर पर जा गिरा।" रक्षा सूत्रों के अनुसार, शनिवार सुबह गुलपुर में पाकिस्तानी सेना ने बिना किसी कारणवश भारतीय ठिकानों पर गोलीबारी और गोलाबारी शुरू कर दी। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल मनीष मेहता ने आईएएनएस को बताया, "यह गोलीबारी सुबह 6.30 बजे शुरू हुई और अभी भी जारी है। हमारी सेनाएं इसका मुहंतोड़ जवाब दे रही हैं।" ये भी पढ़ें: भारत और चीन में बढ़ी तल्खियां, जानिए किसके पास है कितनी ताकत
बता दें कि आज हिजबुल आंतकी बुरहान वानी के इन्काउंटर को एक साल पूरा हो गाया और कुछ अलगाववादी ग़ुटों द्वारा उसकी बरसी मनाने की ख़बरों के बीच घाटी में तनाव बढ़ गया है। अलगाववादियों ने एक हफ्ते तक विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है वहीं सुरक्षा एजेंसियों ने भी अपनी कमर कस ली है। इसके तहत गुरुवार रात से अगले आदेश तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं और सोशल मीडिया साइट्स को बंद करने का आदेश दिया गया है।
सभी अलगाववादी नेताओं को घरों मे नजरबंद किया गया है जबकि जेकेएलएफ अध्यक्ष यासीन मलिक कों सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर अहमद खान के अनुसार आतंकी कमांडर बुरहान की बरसी पर संभावित हिंसा को देखते हुए घाटी में अलर्ट जारी कर दिया गया है। सभी संवेदनशील इलाकों की सुरक्षा बढ़ाते हुए 21 हजार अतिरिक्त जवानों को तैनात किया गया है।
वीरवार रात को इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई और ब्राडबैंड सेवा की गति को भी काफी सीमित कर दिया गया। इसके अलावा बनिहाल-बारामुला रेल सेवा को अगले 48 घंटे के लिए बंद कर दिया गया है। उत्तरी कश्मीर के पांच थाना क्षेत्रों के अलावा दक्षिणी कश्मीर के भी कई क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। ये सभी पाबंदियां सात और आठ जुलाई तक लागू रहेंगी।
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