नई दिल्ली: भारतीय नौसेना (Indian Navy) मंगलवार से दो दिवसीय एक बड़ा रक्षा अभ्यास (Mega Drill) शुरू करेगी, जिसमें देश के 7516 किलोमीटर के तटीय क्षेत्र और विशेष आर्थिक क्षेत्र को शामिल किया जाएगा। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। अधिकारियों ने बताया कि यह भारत का सबसे बड़ा तटीय रक्षा अभ्यास होगा। इसमें सभी 13 तटीय राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ-साथ अन्य समुद्री हितधारक शामिल होंगे।
नौसेना ने कहा, ‘‘द्विवार्षिक अखिल भारतीय तटीय रक्षा अभ्यास ‘सी विजिल -21’ का दूसरा संस्करण 12-13 जनवरी को आयोजित किया जाएगा।’’ नौसना ने कहा कि भौगोलिक विस्तार और इसमें शामिल हितधारकों की संख्या, हिस्सा लेने वाली इकाइयों और उद्देश्यों को देखते हुए यह अभ्यास ‘‘अभूतपूर्व’’ होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘यह अभ्यास भारतीय नौसेना द्वारा प्रत्येक दो वर्ष पर किया जाने वाला एक अन्य प्रमुख अभ्यास ‘ट्रोपेक्स’ से पहले होगा।’’ नौसेना ने एक बयान में कहा, ‘‘सी विजिल और ‘ट्रोपेक्स’ में सभी समुद्री सुरक्षा चुनौतियां आ जाएंगी।’’
भारतीय थल सेना पर तैयार
भारत और चीन के बीच लगातार जारी गतिरोध के बीच किसी भी स्थिती से निपटने को लेकर भारत LAC पर अपनी सुरक्षा को लेकर बहुत गंभीर है। भारत सीमा पर लगातार अपनी स्थिती को मजूबत करता जा रहा है। ऐसे में स्थिती का जायजा लेने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत लद्दाख सेक्टर के दौरे पर हैं।
जनरल बिपिन रावत को लेह स्थित 'फायर एंड फ्यूरी कॉर्प्स' (Fire and Fury Corps) के शीर्ष कमांडरों द्वारा वहां तैनात सुरक्षाबलों की तैयारी और वर्तमान स्थिती की जानकारी दी जाएगी।
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