नयी दिल्ली: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के संयुक्त राष्ट्र में दिए भाषण में भारतीय मुसलमानों के संदर्भ में की गई टिप्पणी की राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सैयद गयूरुल हसन रिजवी ने निंदा की है। उन्होंने शनिवार को कहा कि भारत का मुस्लिम समाज देशभक्त और पूरी तरह सुरक्षित है तथा उसे इमरान की किसी नसीहत की जरूरत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इमरान को पाकिस्तान के अल्पसंख्यकों की चिंता करनी चाहिए जिन पर वर्षों से अत्याचार होता आ रहा है।
रिजवी ने यहां कहा, ''भारत के मुसलमानों के बारे में इमरान खान ने जो टिप्पणी की है वो बहुत निन्दनीय है। उन्हें अच्छी तरह पता होना चाहिए कि यहां के मुसलमान देशभक्त हैं और उन्हें किसी विदेशी नेता की नसीहत की जरूरत नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''भारत में मुस्लिम समाज और दूसरे सभी अल्पसंख्यक सुरक्षित हैं। इमरान को अपने देश के अल्पसंख्यकों की चिंता करनी चाहिए जिन पर वर्षों से जुल्म होता आ रहा है। वह पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदायों पर होने वाले अत्याचारों को रोकेंगे तो बेहतर होगा।''
बता दें कि यूएन में पाक पीएम इमरान ने बौखलाहट दिखाते हुए भड़काऊ नेता की तरह से भाषण देते हुए कहा कि दुनिया में अरबों मुस्लिम हैं और हर कोने मे रहते हैं। वे कई देशों में अल्पसंख्यक है। 9/11 के बाद इस्लामोफोबिया बढ़ा है। इससे अलगाव हुआ है। हिजाब पहनना भी एक मुद्दा बन गया है जैसे कि यह हथियार है। यह कैसे हो रहा है? यह कैसे शुरू हुआ?
इमरान ने आगे कहा, “यूरोप के देशों में मुस्लिम समुदाय हासिए पर है और यही रैडिकलाइजेशन की वजह है। सीरिया में ऐसा ही हुआ। इस्लाम को असहिष्णु बताया गया। मैं पश्चिम के कुछ लोगों को जिम्मेदार ठहराता हूं। हमें बताना होगा कि इस्लाम का हमारे लिए क्या मतलब है। पैगंबर ने पवित्र कुरान को लोगों को दिया। वही हमारी आदर्श है। पैगंबर ने मदीना बनाया। यही मुस्लिम सभ्यता का आधार है।“
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