लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बुधवार को राज्य के 15 जिलों में 25 मई से 31 मई तक नशामुक्ति अभियान चलाए जाने का संकल्प लिया गया। यह अभियान 'नशा मुक्ति आंदोलन' और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जाएगा। राजधानी में आईएमए भवन में आईएमए के महासचिव डॉक्टर विश्वजीत सिंह एवं प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ (पीएमएस) के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक यादव ने तंबाकू के खिलाफ जागरूकता मुहिम में नशा मुक्ति आंदोलन का साथ देने की घोषणा की।
जनता को नशे से मुक्ति दिलाना सबसे बड़ी चुनौती
'नशा मुक्ति आन्दोलन' संस्था के संयोजक बृजनंदन यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश की जनता को नशे से मुक्ति दिलाना सबसे बड़ी चुनौती है। इसलिए नशा मुक्ति आंदोलन प्रदेश सरकार से मांग करता है कि प्रदेश में पूर्ण रूप से तंबाकू पर प्रतिबंध लगे। प्रांतीय चिकित्सा सेवा संघ के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक यादव ने कहा कि नशा समाज के हर तबके को गहराई से जकड़े हुए है। भारत में 80 प्रतिशत लोग तंबाकू का किसी न किसी रूप में सेवन करते हैं। उन्होंने नशा मुक्ति आंदोलन को हर प्रकार से सहयोग देने की घोषणा की है।
तंबाकू और इससे बनी चीज़ों से 40 तरह के कैंसर हो सकते हैं
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सूर्यकांत ने कहा कि तंबाकू व इससे बने उत्पादों से 40 प्रकार के कैंसर और 25 प्रकार की अन्य बीमारियां होती हैं। 95 प्रतिशत मुंह के कैंसर तंबाकू सेवन करने वाले व्यक्तियों को होता है। राज्य के 15 जिलों लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर, आजमगढ़, अंबेडकरनगर, फैजाबाद, बाराबंकी और लखनऊ में यह अभियान चलाया जाएगा।
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