समंदर के रास्ते आतंकी हमले की आशंका, कोस्टगार्ड ने 23 मई तक जारी किया अलर्ट
कोस्टगार्ड ने समुद्री रास्ते के जरिए घुसपैठ और हमले की आशंका व्यक्त की है। 23 मई तक समंदर में सावधान रहने का अलर्ट जारी किया गया है।
नई दिल्ली। कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है। कोस्टगार्ड ने देश में आतंकी हमले की आशंका जताई है। गुजरात के पास घुसपैठ की आशंका जताई गई है। कोस्टगार्ड ने समुद्री रास्ते के जरिए घुसपैठ और हमले की आशंका व्यक्त की है। 23 मई तक समंदर में सावधान रहने का अलर्ट जारी किया गया है। गुजरात फिशरीज बोर्ड ने मछुआरों को अलर्ट जारी किया है। जहां एक तरफ दुनिया कोरोना वायरस के कहर से जूझ रही हैं वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान समंदर के रास्ते भारत में आतंकी हमले को अंजाम देने की फिराक में है।
तटरक्षक ने किया गश्ती पोत, दो अवरोधक नौकाओं का जलावतरण
पणजी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के बीच नयी दिल्ली में वीडियो-कांफ्रेंसिंग के माध्यम से गोवा में भारतीय तटरक्षक बल के (आईसीजी) एक पोत और दो अवरोधक (इंटरसेप्टर) नौकाओं का शुक्रवार को जलावतरण किया। सिंह ने भारतीय तटरक्षक बल की देश में निर्मित ‘सचेत’ पोत और सी-450 एवं सी-451 अवरोधक नौकाओं का वीडियो लिंक के माध्यम से गोवा में जलावतरण किया। आईसीजी के प्रवक्ता ने बताया कि पांच अपतटीय गश्ती नौकाओं की श्रृंखला के तहत पहले पोत ‘सचेत’ को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) ने देश में डिजाइन किया और बनाया है। यह अत्याधुनिक नौवहन एवं सम्प्रेषण उपकरणों, सेंसर एवं मशीनरी से लैस है।
उन्होंने कहा कि भारतीय समुद्री इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब डिजिटल माध्यम से तटरक्षक नौका का जलावतरण किया गया है। ऐसा कोविड-19 वैश्विक महामारी की पृष्ठभूमि में सामाजिक दूरी के कड़े प्रोटोकॉल को बरकरार रखते हुए किया गया। इस अवसर पर सिंह के अलावा, रक्षा सचिव अजय कुमार, आईसीजी के महानिदेशक डी जी कृष्णास्वामी नटराजन भी मौजूद थे। इस दौरान रक्षा राज्य मंत्री श्रीपद नाइक गोवा शिपयार्ड लिमिटेड के वास्को परिसर में मौजूद थे। 105 मीटर लंबे इस पोत का वजन करीब 2,350 टन है और इसमें 9,100 किलोवॉट के दो इंजन लगे हुए हैं। यह 26 नॉट की अधिकतम गति से चल सकता है।
प्रवक्ता ने बताया कि यह पोत तलाश एवं बचाव अभियानों के लिए दोहरे इंजन वाले एक हेलीकॉप्टर, उच्च गति की चार नौकाओं और एक हवा से भरी जाने वाली नौका ले जाने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि यह समुद्र में तेल फैलने के कारण होने वाले प्रदूषण से निपटने के लिए सीमित उपकरण ले जाने में भी सक्षम है। आईसीजीएस सचेत की कमान उप महानिरीक्षक राजेश मित्तल के पास है और इसमें 11 अधिकारी एवं 110 अन्य लोग तैनात हैं।
प्रवक्ता ने बताया कि देश में निर्मित सी-450 और सी-451 अवरोधक नौकाओं को गुजरात के हजीरा में एल एंड टी शिपयार्ड ने डिजाइन किया एवं बनाया है और इसमें अत्याधुनिक नौवहन एवं सम्प्रेषण उपकरण लगे हैं। 30-30 मीटर लंबी ये नौकाएं 45 समुद्री मील की गति से चलने में सक्षम हैं। इन्हें उच्च गति से अवरोधन, तट के निकट गश्त एवं कम तीव्रता के समुद्री अभियानों के लिए तैयार किया गया है। इन नौकाओं की कमान सहायक कमांडेंट गौरव कुमार गोला और सहायक कमांडेंट अकिन जुत्शी संभाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन पौत एवं नौकाओं को ईईजेड (विशिष्ट आर्थिक जोन) में सर्तकता, तटीय सुरक्षा एवं अन्य कार्यों के लिए मुख्य तौर से तैनात किया जाएगा। प्रवक्ता ने बताया कि अब भारतीय तट रक्षा के पास 150 पोत एवं नौकाएं और 62 विमान हो गए हैं। इसके अलावा 50 अन्य पोतों का निर्माण जारी है।