भारतीय सेना के ऑपरेशन की इनसाइड स्टोरी, इस तरह LoC क्रॉस कर पाकिस्तानी सैनिकों को किया ढेर
‘‘घातक’’ कमांडो का एक छोटा दल नियंत्रण रेखा पार कर करीब 200-300 मीटर अंदर तक गया और वहां एक पाकिस्तानी चौकी को निशाना बनाया।
नयी दिल्ली: भारतीय सेना के पांच कमांडो के एक दल ने कल जम्मू कश्मीर के पुंछ सेक्टर में नियंत्रण रेखा को पार करते हुए एक त्वरित एवं साहसिक ऑपरेशन में तीन पाकिस्तानी सैनिकों को ढेर कर दिया। रावलाकोट के रुख चाकरी सेक्टर में अंजाम दिए गए ‘‘टैक्टिकल स्ट्राइक’’ (रणनीतिक हमला) ने पिछले साल के लक्षित हमले (सर्जिकल स्ट्राइक) की यादें ताजा कर दीं। पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को रजौरी के केरी सेक्टर में संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की थी जिसमें एक मेजर सहित चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। सेना के इस ऑपरेशन को उस घटना के बदले के तौर पर देखा जा रहा है।
सेना के सूत्रों ने बताया कि ‘‘घातक’’ कमांडो का एक छोटा दल नियंत्रण रेखा पार कर करीब 200-300 मीटर अंदर तक गया और वहां एक पाकिस्तानी चौकी को निशाना बनाया। इस ऑपरेशन में तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और एक जख्मी हो गया।पाकिस्तान में भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव की उनकी पत्नी एवं मां से इस्लामाबाद में हुई मुलाकात के कुछ घंटों बाद इसे अंजाम दिया गया।
उन्होंने बताया कि यह अभियान कल शाम करीब छह बजे शुरू हुआ और टीम 45 मिनट के अंदर ही अपने शिविर में आ गयी। टीम के किसी सदस्य को कोई चोटें नहीं आयी हैं।सेना के स्थानीय कमांडर के निर्देश पर चलाए गए इस अभियान के काफी पहले से ही पाकिस्तानी सेना की अस्थायी चौकी पर गहन निगरानी रखी जा रही थी।
पाकिस्तानी सेना ने तीन सैनिकों के मारे जाने की पुष्टि की है, लेकिन जोर देकर कहा है कि वे बिना उकसावे के की गई फायरिंग में मारे गए और भारतीय सैनिकों ने एलओसी पार नहीं किया। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने हॉटलाइन पर दोनों सेनाओं के बीच होने वाली साप्ताहिक बातचीत के दौरान भारतीय सैनिकों की ओर से किए गए हमले के मुद्दे को उठाया है।
उन्होंने बताया कि कल के ऑपरेशन की तुलना पिछले साल की सर्जिकल स्ट्राइक से नहीं की जा सकती, क्योंकि ‘‘सीमित लक्ष्य’’ के साथ एक छोटी टीम ने इस हमले को अंजाम दिया। थलसेना इकाई के स्थानीय कमांडर के आदेश पर इस हमले को अंजाम दिया गया। सूत्रों ने बताया कि ऑपरेशन में मारे गए पाकिस्तानी सैनिक पाकिस्तानी सेना के बलूच रेंजिमेंट से थे और जिस अस्थायी चौकी को भारतीय सेना ने निशाना बनाया, उस इलाके को पाकिस्तान रूख चकरी सेक्टर कहता है।
ऐसी खबरें थीं कि पाकिस्तान की ओर चार लोगों की मौत हुई है लेकिन सेना सूत्रों ने कहा कि तीन लोगों की मौत हुयी है और एक घायल हुआ है। भारतीय सेना पिछले एक साल से आतंकवादी गतिविधियों और संघर्षविराम के उल्लंघनों से निपटने में सख्त रूख अपना रही है।आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तानी सैनिकों ने इस साल अब तक 820 बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया है जबकि पिछले साल यह संख्या 221 थी। इस साल जम्मू-कश्मीर में तीन गरूड़ कमांडो सहित 61 सैनिक शहीद हो गए वहीं सेना ने 210 आतंकवादियों को मार गिराया।