जैश के आतंकियों को खत्म करने के करीब सेना, 21 दिन में 18 आतंकी मारे
जम्मू-कश्मीर में सेना जैश-ए-मोहम्मद के सभी आतंकियों का खात्मा करने के करीब पहुच गई है। सोमवार को भारतीय सेना की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले 21 दिन में जैश के 18 आतंकवादियों का खात्मा किया जा चुका है।
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में सेना जैश-ए-मोहम्मद के सभी आतंकियों का खात्मा करने के करीब पहुच गई है। सोमवार को भारतीय सेना की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले 21 दिन में 18 आतंकवादियों का खात्मा किया जा चुका है जिसमें से 14 जैश-ए-मोहम्मद के थे और इन 14 में से 6 मुख्य कमांडर थे। सेना के मुताबिक मारे गए इन 18 आतंकियों में 8 पाकिस्तानी और 10 लोकल आतंकी थे। घाटी में जैश से सभी प्रमुख कमांडरों को मारा जा चुका है।
सेना के ऑपरेशन में जैश का दूसरा कमांडर मुदसिर अहमद खान भी मारा गया है, मुदस्सिर ही पुलवामा में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड था। वर्ष 2019 के पहले 70 दिनों में भारतीय सेना ने 44 आतंकवादियों का खात्मा किया है। सेना के प्रवक्ता ने बताया कि जब तक घाटी से जैश का खात्मा नही हो जाता तबतक हमारा ऑपरेशन जारी रहेगा। इसके अलावा सेना के प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तान लगातार बार्डर के पास रिहाईशी इलाकों में फायरिंग कर लोगों को निशाना बना रहा है।
आपको बता दें कि पुलवामा के त्राल इलाके में रविवार को हुई सेना के साथ हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए थे। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के त्राल इलाके के पिंगलिश में घेरेबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया। उन्हें इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान उस वक्त मुठभेड़ हो गई जब आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोली चलाई, जिस पर जवाबी कार्रवाई की गई।
मारे गए आतंकियों में 23 साल का मुदासिर अहमद खान उर्फ मोहम्मद भाई भी शामिल था। अधिकारियों ने बताया कि पुलवामा जिले के त्राल के पिंग्लिश क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान जैश ए-मोहम्मद का आतंकवादी मुदासिर अहमद उर्फ मोहम्मद भाई मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक है। मोहम्मद भाई आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद से जुड़ा है। इसे पिछले महीने 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड माना जा रहा है। इसी ने ही फिदायीन हमने के लिए विस्फोटक और वाहन मुहैया करवाया था। पुलवामा का रहने वाला मुदासिर अहमद ग्रेजुएशन तक पढ़ा है और पेशे से इलेक्ट्रीशियन है। हमले के वक्त यह फिदायीन आतंकी आदिल अहमद डार से लगातार संपर्क में था।