भारत चीन के बीच 9वें दौर की कोर कमांडर स्तर की वार्ता 'माॅलदो' में शुरू, LAC पर तनाव घटाने की एक और कोशिश
भारत और चीन के बीच करीब ढाई महीने के बाद आज नौवें राउंड की बातचीत चीन के मॉलदो में शुरू हो गई है।
भारत और चीन के बीच करीब ढाई महीने के बाद आज नौवें राउंड की बातचीत चीन के मॉलदो में शुरू हो गई है। छह नवंबर के बाद होने वाली ये पहली बातचीत है। चीन की तरफ़ से साउथ शिनजियांग मिलिट्री कमांड के कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन मौजूद होंगे। चीन के विदेश मंत्रालय का भी एक ऑफ़िसर इसमें शामिल होगा। भारत की तरफ़ से लेफ्टिनेंट जनरल पी जी के मेनन और विदेश मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी नवीन श्रीवास्तव समेत 12 सदस्य शामिल होंगे।
हड्डियों को जमा देना वाली इस ठंड में दोनों देशों के सैनिक आमने सामने हैं और ढाई महीने बाद आज एक बार फिर दोनों देशों के सैनिक कमांडर मिल रहे हैं। पिछले आठ महीने में 9 बार इस तनाव को खत्म करने के लिए बैठक हो चुकी है लेकिन हालात जस के तस हैं। आज भी यह बातचीत लद्दाख में एलएसी पर तनाव को लेकर होगी, जहां मई 2020 से ही हजारों सैनिक आमने.सामने हैं। सूत्रों के मुताबिक ये बैठक भारत की तरफ से चीन को भेजे गए मेमो पर आए जवाब के बाद की जा रही है। अभी सीमा के दोनों तरफ करीब 50-50 हजार सैनिक तैनात हैं और ये कोशिश की जा रही है कि कोई अनहोनी ना हो।
वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम से पीएम मोदी देंगे संदेश
आज एक और जहां एलएसी पर सैनिक कमांडर बैठक करने वाले हैं वहीं आज से वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम का वर्चुलअ समिट होने जा रहा है। जिसे पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दोनों संबोधित करेंगे। पीएम मोदी का भाषण 28 जनवरी को होगा। तो शी जिनपिंग 25 जनवरी को इसे संबोधित करेंगे। चीन पर इस वक्त चौतरफा दबाव है। लेकिन वो अपनी चालाकियों से बाज़ नहीं आ रहा। इससे पहले आठ दौर की बातचीत बेनतीजा रही। इस बीच भारत और चीन के डिप्लोमेट ज़रूर बात करते रहे। ताकि टकराव की किसी भी स्थिति को टाला जा सके। इसका ही नतीजा है कि आज दोनों देशों के कमांडर एक बार फिर बातचीत की टेबल पर बैठने वाले हैं।