हिंडन एयरबेस पर भारतीय वायुसेना का 88 वां स्थापना दिवस समारोह, पीएम मोदी ने दी बधाई
भारतीय वायुसेना आज अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। दिल्ली से सजे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया है
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना आज अपना 88वां स्थापना दिवस मना रही है। दिल्ली से सजे गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जिसमें भारतीय वायुसेना के विमान आसमान में कलाबाजियां दिखाते हुए नजर आए। पहली बार इस कार्यक्रम में राफेल जेट, चिनुक और अपाचे हेलिकॉप्टकर को शामिल किया गया है। नभ: स्पर्शम दीप्तम, इस ध्येय वाक्य के साथ आकाश में राफेल और सुखोई पराक्रम दिखा रहे हैं। इस कार्यक्रम में तीनों सेना के अध्यक्ष मौजूद हैं।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी बधाई
उधर, पीएम मोदी ने वायुसेना के 88वें स्थापना दिवस पर ट्वीट कर बधाई दी है। उन्होंने अपने संदेश में कहा-'एयर फोर्स डे पर भारतीय वायुसेना के सभी वीर योद्धाओं को बहुत-बहुत बधाई। आप न सिर्फ देश के आसमान को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि आपदा के समय मानवता की सेवा में भी अग्रणी भूमिका निभाते हैं। मां भारती की रक्षा के लिए आपका साहस, शौर्य और समर्पण हर किसी को प्रेरित करने वाला है।'
भारतीय वायु सेना देश की रक्षा के लिए हमेशा तैयार
इस अवसर पर भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने युद्ध सेवा मेडल, वायु सेना मेडल, विशिष्ट सेवा मंडल और यूनिट प्रशंसा पत्र प्रदान किए। उन्होंने कहा-'मैं राष्ट्र को आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारतीय वायु सेना हमारे देश की संप्रभुता और हितों की रक्षा के लिए सभी परिस्थितियों में हमेशा तैयार रहेगी।'
वायुसेना विमानों के आसमानी करतब
इससे पहले भारतीय वायुसेना ने 88वें स्थापना दिवस की तैयारियों के तहत मंगलवार को हिंडन बेस पर फुल ड्रेस रिहर्सल किया गया। इस रिहर्सल में तेजस एलसीए, मिग-29, जगुआर, मिग-21 और सुखोई-30 युद्धक विमानों के अलावा हाल ही वायुसेना बेड़े में शामिल राफेल जेट विमान ने भी हिस्सा लिया। रिहर्सल में वायु सेना के एमआई-17 वी5, एएलएच मार्क-4, चिनूक, एमआई-35 और अपाचे हेलीकॉप्टरों ने भी हिस्सा लिया। इसके अलावा वायु सेना के परिवहन विमानों सी-17, सी-130, डोर्नियर और डीसी-3 डकोटा विमानों ने भी भाग लिया। सूर्यकिरण विमानों के एरोबेटिक दल और सारंग विमानों ने भी फ्लाई पास्ट में करतब दिखाए। भारतीय वायु सेना की स्थापना आठ अक्टूबर 1932 को हुई थी।
दुश्मनों को कड़ा संदेश
माना जा रहा है कि वायुसेना अध्यक्ष इस मौके पर अपने संबोधन में चीन को कड़ा संदेश दे सकते हैं। इस कार्यक्रम में तीनों सेना के प्रमुख शामिल होंगे। वहीं इस कार्यक्रम को लेकर दिल्ली और नोएडा से गाजियाबाद की ओर आने-जाने वाले वाहनों का रूट भी डायवर्ट किया गया है।