मुंबई: जिस मुंबई शहर में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले हैं वहां अचानक सैकड़ों लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी। .बान्द्रा में जामा मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। इनमें ज्य़ादातर लोग पश्चिम बंगाल के मालदा के मजदूर हैं,जो मुंबई में काम करते हैं। इन्हें वर्डसैप मैसेज भेजकर ये बताया गया था कि आज शाम चार बजे जामा मस्जिद के सामने इक्कठे होना है। कुछ लोगों ने ये कहा कि ये लोग मजदूर हैं और वापस अपने घर जाना चाहते हैं,इसलिए ये स्टेशन जाने के लिए आए थे।
जिस वक्त ये भीड़ बान्द्रा में जमा हुई उसी वक्त असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी आईएमआईएम के नेता वारिस पठान ने ट्वीटर पर लाइव वीडियो पोस्ट किया और लिखा कि लॉकडाउन एक्सटेंड होने पर माइग्रेंट वर्कर्स का प्रोटेस्ट डिमांडिंग घर वापस भेजो। वहीं जब इंडिया टीवी संवाददाता ने वहां मौजूद लोगों से बात की। मोहम्मद शकील नाम के शख्स ने कहा कि हमें मैसेज मिला था कि आज जामा मस्जिद के सामने इक्कठे होना है उसके बाद ट्रेन में जाने का इंतजाम किया जाएगा। वारिस पठान का वीडियो और इन लोगों की बात से मैच करती है।
इस इलाके के लोकल लीडर पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने लोगों को समझाने का काम किया। वहां के स्थानीय काउंसलर ने भी लोगों को समझाया कि मक्का बंद है काबा बंद है तो आप लोगों को थोड़ी परेशानी तो होगी लेकिन ये अल्लाह का फरमान है कि यहीं रुके रहो। इन लोगों के समझाने का असर हुआ, लोग जाने को तैयार भी हो रहे थे लेकिन सात आठ लोगों ने फिर से लोगों को भड़कया और शोर मचाना शुरू किया कि हमारे पास खाना नहीं है। इलाके के पूर्व विधायक बाबा सिद्दिकी और उनके बेटे जीशान सिद्दीकी ने लोगों को खाना बंटवाना शुरू किया, उससे भगदड और मच गई। इसमें लोगों को भड़काने वालों को और मौका मिला और वो ये कहने लगे कि बस हमें तो घर वापास जाना है। हमारे लिए ट्रेन का इंतजाम करो। जो लोग यहां इक्कठा हुए थे इनमें से ज्यादा मजदूर मालदा के रहने वाले हैंऔर पता ये भी चला है कि इनमें से काफी बांग्लादेशी हैं जो पश्चिम बंगाल के मालदा में बसे हुए हैं। ये लोग काम करने के लिए मुंबई आए थे।
कुछ लोगों ने कहा कि ये लोग इसलिए इक्कठा हुए थे कि आज अचानक लॉकडाउन बढ़ाने का एलान हुआ।इसलिए वो ट्रेन पकड़ने के लिए घर जाने के लिए स्टेशन पहुंच गए, लेकिन ये बात ठीक नहीं है। वहां के लोगों को मालूम था कि फिर मुंबई में ट्रेन पकड़ने के लिए सिर्फ बान्द्रा का स्टेशन नहीं है। मेन स्टेशन तो CST और दादर हैं। लेकिन वहां तो कोई ट्रेन पकड़ने नहीं पहुंचा? तो ये मामला इतना सीधा नहीं है।
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