आतंकवाद के ख़िलाफ़ इंडिया टीवी का मेगा कॉन्क्लेव ''वंदे मातरम्''
आतंकवाद आज एक ऐसा नासूर बन गया है जिससे विश्व के बहुत से देश प्रभावित हैं। आतंकवाद की सबसे ज़्यादा मार झेलने वाले देशों में भारत भी है । आज़ादी के 70 साल बाद भारत आज भी जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग लड़ रहा है।
आतंकवाद आज एक ऐसा नासूर बन गया है जिससे विश्व के बहुत से देश प्रभावित हैं। आतंकवाद की सबसे ज़्यादा मार झेलने वाले देशों में भारत भी है । आज़ादी के 70 साल बाद भारत आज भी जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग लड़ रहा है। आतंकवाद से आज भारत की संप्रभुता, अखण्डता और राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरा है। आज सभी के ज़ेहन में एक ही सवाल है – कैसे और कब हम इस नासूर से निजात पाएंगे? 'वंदे मातरम्' पर हमारा स्पेशल पेज देखने के लिए यहां क्लिक करें।
देश भर में इन दिनों 70वें स्वतंत्रता दिवस समारोह की तैयारियां चल रही हैं और इस मौक़े पर देश के प्रमुख न्यूज़ चैनल इंडिया टीवी एक मेगा कॉन्क्लेव करने जा रहा है जिसका नाम है ''वंदेमातरम्'' इस कॉन्क्लेव का विषय है- कैसे आतंकवाद से निबटा जाए और आतंकवाद का कश्मीर पर असर। इस मेगा कॉन्क्लेव में कश्मीर घाटी में व्याप्त आतंकवाद से निपटने के उपायों पर राजनीतिक, सामाजिक, सामरिक और रक्षा के क्षेत्रों से जुड़ी जानी मानी हस्तियां गहन विचार विमर्श करेंगी।
इंडिया टीवी के चैयरमैन और एडिटर-इन-चीफ़ रजत शर्मा की अगुवाई में अनुभवी पत्रकारों की टीम इस गंभीर और जटिल मुद्दे पर दिल भर की चर्चा के माध्यम से उन संभावित समाधानों पर रौशनी डालेगी जो हमें सर्वसम्मति से एक कारगर और प्रभावी हल की तरफ़ ले जा सके।
इस ऑल इंडिया कॉन्क्लेव में आतंकवाद से जुड़े विशेषज्ञ न सिर्फ़ अपनी राय रखेंगे बल्कि समाज के बुद्धिजीवी वर्ग और अन्य गणमान्य अतिथियों के सवालों के जवाब भी देंगे।
कॉन्क्लेव में रक्षामंत्री अरुण जेटली, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री मेहबूबा मुफ़्ती, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, थल सेनाध्यक्ष जनरल बी.सी. रावत, रिटायर्ड जनरल वी.के. सिंह, डॉ. फ़ारुक़ अब्दुल्ला, बाबुल सुप्रियो, कुमार विश्वास, मल्लिकार्जुन खर्गे और स्वामी रामदेव आदि शिरकत करेंगे।
कॉन्क्लेव की घोषणा करते हुए इंडिया टीवी की मैनेजिंग डायरेक्टर रितु धवन ने कहा, “आतंकवाद की इस वैश्विक समस्या का समाधान तलाशने में पूरा देश एकजुट है। एक तरफ़ जहां देश का नेतृत्व अच्छे आशय के साथ इस मसले से निपट रहा है वहीं सवाल ये भी है कि क्या और भी कुछ किया जा सकता है? प्रमुख न्यूज़ चैनल की हैसियत से हम एक ऐसा रचनात्मक मंच बनाना चाहते हैं जहां आतंकवाद के समाधान पर एकमत हुआ जा सके। हमारा मानना है कि अगर हम रत्ती भर भी सकारात्मक फ़र्क़ ला सके तो हम मानेंगे कि हमने एक प्रभावी मीडिया कंपनी के नाते अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वाह किया है।”
पूरे दिन तक चलने वाला ये कॉन्क्लेव नयी दिल्ली में 13 अगस्त 2017 को आयोजित होगा।
देखिए वीडियो-