चंडीगढ़: पाकिस्तान के एक मूक बधिर बारह साल के बच्चे को सोमवार को पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया गया। यह बच्चा बीते साल मई में भटक कर भारतीय क्षेत्र में आ गया था। फरीदकोट के उपायुक्त राजीव पराशर ने बताया, "विदेश मंत्रालय ने आज (सोमवार) सुबह हसनैन को वापस स्वदेश भेजने की अनुमति दे दी। इसके बाद उसे अटारी सीमा पर पाकिस्तानी अधिकारियों को सौंप दिया गया।" सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने बच्चे को पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में एक मई 2017 को पकड़ा था। यह अनजाने में सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में आ गया था। पराशर ने बताया कि बच्चे को बीते साल मई से निरीक्षण गृह में रखा गया था। उसकी जेब से मिले बीस रुपये के पाकिस्तानी नोट से उसकी पहचान हुई थी।
नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग ने इस बात की पुष्टि की थी कि बच्चे के पिता जावेद इकबाल लाहौर के निवासी हैं। पाकिस्तानी उच्चायोग ने बताया कि उसे 21 नवम्बर को हसनैन तक राजनयिक पहुंच मिली। बयान में कहा गया कि राजनयिक पहुंच के दौरान लड़के ने संकेत भाषा में बताया कि वह पाकिस्तान से है। उसने पाकिस्तानी मुद्रा और कायदे आजम की तस्वीर तुरंत पहचान ली। उसने अपने घर पर पाकिस्तानी झंडा भी बनाया। वह उर्दू में कुछ शब्द लिख पाया।
पाराशर ने बताया कि हाल में एक सक्षम अदालत ने उसे उसके देश भेजने का आदेश जारी किया था। बच्चे की दर्दभरी यह कहानी उस वक्त सामने आई जब दो दिसम्बर को पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने एक ट्वीट के जरिए उसे उजागर किया।
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