नई दिल्ली: पिछले महीने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की पाकिस्तान यात्रा के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में चीन के भारी भरकम निवेश को लेकर भारत ने चीन के साथ अपनी चिंता जाहिर की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चीन यात्रा से पहले यह खुलासा किया गया है।
विदेश सचिव एस जयशंकर से जब पीओके में परियोजनाओं के विकास में चीन द्वारा पाकिस्तान को मदद देने के संबंध में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, 'यहां चीनी राजदूत के साथ मामले को उठाया गया। बीजिंग में हमारे भारतीय राजदूत के साथ भी मामले को उठाया गया।'
आपको बता दें कि शी ने पाकिस्तान यात्रा के दौरान पीओके के रास्ते रणनीतिक आर्थिक कॉरिडोर के निर्माण के लिए 46 अरब डॉलर की सहायता देने की बात कही थी।
मोदी की छह दिवसीय चीन, मंगोलिया और दक्षिण कोरिया यात्रा के बारे में संवाददाताओं को जानकारी देते हुए जयशंकर ने कहा कि सभी तीनों देशों के साथ प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए समझौते किए जाएंगे।
राष्ट्रपति शी और प्रधानमंत्री ली क्विंग के साथ मोदी की मुलाकात के दौरान चीन के साथ सीमा मुद्दे पर कोई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने के बारे में पूछे जाने पर विदेश सचिव ने सीधा जवाब ना देते हुए कहा कि विशेष प्रतिनिधियों के बीच 18 दौर की बातचीत हुई है और दोनों पक्ष अभी अंतिम स्तर पर नहीं पहुंचे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि सभी द्विपक्षीय मुद्दों और चुनौतियों पर प्रगति के बारे में बातचीत होगी।
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