नई दिल्ली. भारत ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान की उस आपत्ति को खारिज कर दिया, जिसमें उसने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू किए जाने की आलोचना की थी। भारत ने कहा कि इस मामले से इस्लामाबाद का कोई सरोकार नहीं है और यह भारत का आंतरिक मामला है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ''हमने एक ऐसे मामले पर पाकिस्तान का एक बेतुका बयान देखा है, जिसमें उसका कोई लेना-देना नहीं है। अपने रिकॉर्ड को देखते हुए, पाकिस्तान को अल्पसंख्यकों का उल्लेख करने पर तो, शर्मिंदा होना चाहिए।''
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बुधवार रात एक बयान में कहा कि ऐसे में जब पूरी दुनिया अभूतपूर्व कोविड-19 महामारी से जूझ रही है ‘‘आरएसएस-भाजपा गठजोड़’’ ‘‘हिंदुत्व’’ के एजेंडे को आगे बढ़ा रहा है। उसने कहा, ‘‘अयोध्या में ऐतिहासिक बाबरी मस्जिद स्थल पर 26 मई 2020 को मंदिर निर्माण की शुरुआत इस दिशा में एक और कदम है तथा पाकिस्तान की सरकार और लोग इसकी कड़ी निंदा करते हैं।’’
उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल बाबरी मस्जिद- राम जन्मभूमि विवाद मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ किया था। राम मंदिर निर्माण मामले में पाकिस्तान की टिप्पणी को लेकर किए गए एक सवाल के जवाब में श्रीवास्तव ने कहा, '' भारत में कानून के नियमों का पालन किया जाता है, जो कि सभी धर्मों को मानने वालों को समान अधिकार देना सुनिश्चित करता है।''
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