पुणे: केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि भारत ‘विस्तारवादी’ देश नहीं है और यह विश्व के कल्याण में विश्वास करता है। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए पुणे में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए ज्ञान, उद्यमिता, विज्ञान, तकनीक, अनुसंधान और सफल पद्धतियों की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘ देश को विकास की राह पर ले जाने के लिए हमें वैज्ञानिक उन्नति पर जोर देने की जरूरत है। देश को विश्वशक्ति बनाने के लिए ज्ञान के आधार पर हमें पहले स्थान पर आने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ऐसा करते हुए, हम विस्तारवादी नहीं हैं। कुछ ऐसे देश हैं जो विस्तारवाद की इच्छा से आगे बढ़ते हैं लेकिन हम विश्व के कल्याण में विश्वास रखते हैं। हमारा विश्वास ‘वसुधैव कुटुम्बकम् (पूरा विश्व एक परिवार है) में है।’’ मंत्री ने कहा कि भारत की प्रेरणा स्वामी विवेकानंद द्वारा शिकागो में दिया गया भाषण है। सभी लोगों के लिए शिक्षा उपलब्ध कराने की जरूरत पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ यह आखिरी व्यक्ति तक पहुंचना चाहिए। लेकिन ठीक इसी समय हमें यह भी सुनिश्चित करने की जरूरत है कि सभी को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मिले।’’
गडकरी ने कहा कि शक्ति के रूप में सिर्फ ज्ञान का ही लक्ष्य नहीं होना चाहिए बल्कि आदर्श नागरिक तैयार करने के लिए मूल्य आधारित शिक्षा पर भी जोर दिया जाना चाहिए। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर’ बनने के लिए आयात कम करने और निर्यात बढ़ाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं अपने विभाग में, उन चीजों की जानकारियां एकत्र कर रहा हूं, जिसका आयात होता है। मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि हमें आयात के विकल्प के तौर पर चीजों का उत्पादन करने की जरूरत है।’’ गडकरी ने शिक्षा में आत्मनिर्भर बनने के बारे में कहा कि कहा कि देश में विश्वविद्यालयों का उन्नयन किया जाना चाहिए ताकि शिक्षा के लिए लोगों को विदेश जाने की जरूरत न पड़े। इस कार्यक्रम का आयोजन महाराष्ट्र एजुकेशन सोसाइटी ने किया था।
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