पिछले सप्ताह लक्षद्वीप के तटों पर तबाही मचाने वाला चक्रवाती तूफान 'महा' अब महाराष्ट्र और गुजरात तट की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में उठा यह चक्रवाती तूफान 6 और 7 नवंबर को गुजरात, महाराष्ट्र, दमन एवं दीव तथा दादरा एवं नगर हवेली से टकरा सकता है। इन दो दिनों में भारी बारिश और 60 से 100 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। 'महा' के इस संभावित खतरे को देखते हुए मछुआरों से 6 सितंबर तक समुद्र में न जाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। महा तूफान के बुधवार देर रात या गुरुवार तड़के दीव और पोरबंदर के समुद्री तट से टकराने की आशंका है। राज्य सरकार की ओर से एहतियातन कदम उठाए जा रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र ने बताया कि तूफान के असर से जूनागढ़, गिर-सोमनाथ, अमरेली, भावनगर, सूरत, वडोदरा, भरूच, आणंद, अहमदाबाद, बोटाद, पोरबंदर और राजकोट में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। 6 नवंबर से ही तटवर्ती इलाके में 40 से 60 की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो अगले दिन 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं। इस दौरान समुद्र में करीब डेढ़ मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं।
Image Source : Cyclone Maha
मौसम विभाग का कहना है कि यह चक्रवात वर्तमान में अरब सागर में पश्चिम और उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। इसके पांच नवंबर की सुबह तक तेज होने की संभावना है। अगले दिन यानी छह नवंबर की मध्यरात्रि और सात नवंबर की सुबह तक यह चक्रवात गुजरात और महाराष्ट्र तट को पार कर जाएगा। 1.5 मीटर तक पहुंचने वाली ज्वार की लहरों के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों के साथ तटरक्षक बल और नौसेना के जहाजों को तैनात कर दिया गया है। सभी जिलाधिकारियों को अलर्ट पर रखा गया है। मछली पकड़ने की सभी गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है। दमन और दीव प्रशासन ने भी इसी तरह की तैयारियां की हैं।
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