कोरोना संकट के दौर में ठप पड़े अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात को दोबारा शुरू करने की कोशिशें शुरू हो गई हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए द्विपक्षीय अस्थायी व्यवस्था (एयर बबल) स्थापित करने की खातिर 13 देशों के साथ बातचीत कर रहा है। एक द्विपक्षीय एयर बबल पैक्ट के तहत, दोनों देशों की एयरलाइंस कुछ प्रतिबंधों के साथ अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित कर सकती हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार को कहा भारत सरकार अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूएई, कतर और मालदीव के साथ पहले ही एयर बबल शुरू कर चुका है। अब भारत अंतरराष्ट्रीय उड़ान संचालन के लिए अलग द्विपक्षीय एयर बबल की व्यवस्था के लिए ऑस्ट्रेलिया, जापान और सिंगापुर सहित 13 देशों के साथ बातचीत कर रहा है।
ये हैं 13 देश
पुरी ने कहा कि हमारे पड़ोसी देशों श्रीलंका, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, नेपाल और भूटान के साथ ट्विटर के एयर बबल भी प्रस्तावित किए गए हैं। पुरी ने कहा, "हम अब इन प्रयासों को आगे बढ़ा रहे हैं और इस तरह की व्यवस्था स्थापित करने के लिए 13 और देशों के साथ बातचीत कर रहे हैं। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, इटली, जापान, न्यूजीलैंड, नाइजीरिया, बहरीन, इजरायल, केन्या, फिलीपींस, रूस, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड शामिल हैं।
हर भारतीय को भारत लाने का प्रयास
कोरोना वायरस पर काबू के लिए लॉकडाउन के कारण भारत में दो महीनों के अंतराल के बाद 25 मई को घरेलू यात्री उड़ानें फिर से शुरू हुईं। कोरोना वायरस के मद्देनजर भारत और अन्य देशों में लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों के कारण विमानन क्षेत्र काफी प्रभावित हुआ है। भारत में सभी विमानन कंपनियों ने खर्च में कटौती कि लिए कई कदम उठाए हैं. इनमें वेतन में कटौती, बिना वेतन छुट्टी आदि शामिल हैं।
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