लद्दाख में खूनी संघर्ष: चाइनीज मीडिया ने दी जानकारी, भारत के साथ संघर्ष में 5 चीनी सैनिकों की मौत 11 घायल
सोमवार रात हुई दोनों सेनाओं की झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल और 2 सैनिक शहीद हो गए।
भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहा विवाद सोमवार रात खूनी संघर्ष में बदल गया। सोमवार रात हुई दोनों सेनाओं की झड़प में भारतीय सेना के एक कर्नल और 2 सैनिक शहीद हो गए। वहीं भारतीय सेना के अनुसार इस झड़प में चीनी सेना को भी बड़ा नुकसान हुआ है। चान के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स की चीफ रिपोर्टर वेंग वेनवेन ने ट्वीट कर बताया कि इस झड़प में चीन के कई सैनिकों के मारे गए हैं। ग्लोबल टाइम्स के अनुसार झड़प में 5 चीनी सैनिक मारे गए हैं। वहीं 11 सैनिक घायल हुए हैं। खास बात यह है कि सेना ने स्पष्ट किया है कि इस झड़प में एक भी गोली नहीं चली। बताया जा रहा है भारतीय सेना के उच्च अधिकारी गलवान घाटी पहुंच चुके हैं। घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है।
बताया जा रहा है कि एलएसी पर सोमवार रात करीब 2 से तीन घंटे दोनों ओर से सैनिकों की झड़प हुई। सीमा पर भारत और चीन के बीच कमांडर लेवल की बातचीत के बीच इस घटना से तनाव बढ़ गया है। बताया जा रहा है कि सोमवार देर रात चीन और भारतीय सेनाओं के बीच विवाद काफी बढ़ गया। जिसमें भारत को बड़ा नुकसान हुआ है। बता दें कि 1962 के बाद पहली बार भारत चीन विवाद के बीच किसी सैनिक के शहीद होने का मामला सामने आया है।
खबर है कि चीन की इस कार्रवाई के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख से बात की है। इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद रहे। बैठक में गलवान घाटी में हुई इस घटना के बारे में ताजा जानकारी ली गई।
भारत पर चीन ने लगाया आरोप
इस बीच चीन के विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है। चीन ने भारतीय सेना पर सीमा पार करने करने का आरोप लगाया है। साथ ही चीन ने भारतीय सैनिकों पर भी हमला करने का आरोप लगाया है। चीन ने अपने बयान में कहा है कि हम चाहते हैं कि भारत एकतरफा कार्रवाई न करे। घटना के बाद सेना के वरिष्ठ अधिकारी गालवान वैली पहुंच चुके हैं। बताया जा रहा है कि चीनी सैनिक कंटील तार और पत्थर साथ में लेकर आए थे।
भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो, गलवान घाटी, डेमचोक और दौलत बेग ओल्डी में पांच सप्ताह से अधिक समय से गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। चीनी सेना के जवान बड़ी संख्या में पैंगोंग सो समेत अनेक क्षेत्रों में सीमा के भारतीय क्षेत्र की तरफ घुस आए थे। भारतीय सेना वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के उल्लंघन की इन घटनाओं पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करती रही है और उसने क्षेत्र में अमन-चैन की बहाली के लिए चीनी सैनिकों की तत्काल वापसी की मांग की है।