नई दिल्ली। भारत-चीन के बीच कोर कमांडर स्तर की छठे दौर की वार्ता सोमवार सुबह 9 बजे शुरू हो गई है। वार्ता में भारत की तरफ से 12 सदस्यों का दल भाग ले रहा है और इस दल में भारतीय विदेश मंत्रालय के अधिकारी भी शामिल हैं। भारत-चीन के बीच शुरू हुई वाली कमांडर लेवल की बातचीत में अधिक से अधिक ठोस परिणाम हासिल किया जा सके इसके लिए भारत सरकार ने ये रणनीति अपनाई है।
चीन के राजनयिक भी वार्ता में हो सकते हैं शामिल
बताया जा रहा है कि वार्ता में चीन की तरफ से भी उनके राजनयिक शामिल हैं। कमांडर लेवल की बातचीत में राजनयिक और आर्मी हेडक्वार्टर के सीनियर ऑफिसर के रहने के फायदे की बात करें तो मास्को में दोनों विदेश मंत्रियों के बीच पांच बिंदुओं पर बनी सहमति को जमीन पर लागू करवाने का प्रयास किया जा रहा है। संयुक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव WMCC की मीटिंग को लीड करते रहे हैं। विदेश मंत्रालय में चीन डेस्क के प्रभारी हैं। सीमा विवाद को लेकर सबसे ज्यादा अपडेट उनके पास है। कमांडर स्तर की बातचीत में इनके रहने से बातचीत को हैंडल करने में मदद मिलेगी। इस बातचीत को लेकर हम गंभीरता से कोशिश कर रहे है, इसका भी प्रमाण है। जरूरत पड़ने पर नेगोसिएशन के दौरान on spot फैसले लिए जा सकेंगे। LAC पर तनाव घटने से एक माहौल बनेगा ताकि निकट भविष्य में मोदी-जिनपिंग की मुलाकात हो सके। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनातनी के बीच भारत और चीन लगातार वार्ता के जरिए सीमा विवाद का हल निकालने की कोशिश में लगे हुए हैं।
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