भारत के साथ आया यह देश, अब आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई होगी तेज
भारत और बांग्लादेश वैश्विक आतंकी समूहों सहित आतंकवादी संगठनों, अन्य भगोड़े आपराधियों और अन्य के खिलाफ लड़ाई तेज करने पर मंगलवार को राजी हुए।
नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश वैश्विक आतंकी समूहों सहित आतंकवादी संगठनों, अन्य भगोड़े आपराधियों और अन्य के खिलाफ लड़ाई तेज करने पर मंगलवार को राजी हुए। भारत बांग्लादेश के बीच पहली शिष्टमंडल स्तरीय पुलिस प्रमुखों की ऑनलाइन बातचीत के दौरान सहमति बनी कि सुरक्षा और आतंकवाद की बढ़ी चुनौतियों से समय पर और प्रभावी तरीके से निपटने के लिए ‘नोडल बिन्दू’ तय किए जाएं।
आधिकारिक बयान के अनुसार, भारत और बांग्लादेश ने संयुक्त रूप से आतंकवादी संगठनों, वैश्विक आतंकवादी समूहों और अन्य भगोड़े अपराधियों के खिलाफ, फिर चाहे वह कहीं भी सक्रिय हों, अपनी लड़ाई को तेज करने का फैसला लिया है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के साथ खुफिया सूचनाओं को साझा करने की जरुरत पर भी बल दिया।
बयान के अनुसार, सीमापार से होने वाली आपराधिक गतिविधियों जैसे मादक पदार्थों की तस्करी, जाली भारतीय मुद्रा, हथियारों और मानव तस्करी के खिलाफ आपसी सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा हुई। मौजूदा द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा के दौरान परस्पर हितों और आगे के रास्ते पर तथा दोनों देशों की पुलिस के बीच संबंधों को बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। कोविड-19 महामारी के मद्देनजर आज की बैठक ऑनलाइन आयोजित की गई।
पढ़ें- आम जनता के लिए 2-3 महीने में आ जाएगी वैक्सीन, जानें क्या होगी कीमत
पढ़ें- Indian Railways: आज की गई स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा, देखें पूरा रुट, अभी करें बुक
आतंकवाद को लगातार बढ़ावा दे रहा पाकिस्तान: जनरल नरवणे
भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। सेना प्रमुख नरवणे ने भारतीय सेना की वार्षिक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि "पाकिस्तान आतंकवाद को लगातार बढ़ावा दे रहा है, लेकिन उसे स्पष्ट संदेश दिया गया है कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पलटवार का हमारा अधिकार सुरक्षित है। इसकी जगह और समय हम तय करेंगे। हमारा वार अचूक होगा।" उन्होंने कहा कि भारत में आतंक के प्रति शून्य-सहिष्णुता है।
सेना प्रमुख जनरल नरवणे ने कहा है कि पाकिस्तान और चीन की जुगलबंदी हमारे लिए बड़ा खतरा पैदा करती है। इसकी अनदेखी नहीं की जा सकती। उत्तर की सीमाओं पर हम पूरी तरह चौकस हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार हैं।
पढ़ें- लड़की की कथित बलात्कार के बाद हत्या, रेलवे पटरी के पास मिला शव, मचा हड़कंप
पढ़ें- IRCTC ने दिया सुनहरा मौका, स्पेशल ट्रेन की जल्द करें बुकिंग, आखिरी तारीख नजदीक
उन्होंने यह भी कहा कि चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य और गैर-सैन्य दोनों क्षेत्रों में सहयोग बढ़ रहा है। जनरल नरवणे ने जोर देकर कहा कि भारत दोनों ही खतरों से मजबूती से निपटने के लिए तैयार है। जम्मू एवं कश्मीर में स्थानीय भर्तियों के बारे में बात करते हुए, सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में विभिन्न आतंकवादी समूहों में भर्तियां अभी भी हो रही हैं।
जनरल नरवणे ने कहा, "हम घाटी में सफल काउंटर टेरर ऑपरेशंस को अंजाम देते हैं, लेकिन साथ ही आतंकी समूहों में भर्तियां भी हो रही हैं। हम हमेशा कोशिश करते हैं कि हम कैसे ऐसी भर्तियों को रोक सकते हैं।"
उन्होंने कहा कि स्थानीय भर्ती को रोकने के लिए, भारतीय सेना विभिन्न आउटरीच कार्यक्रम चला रही है, जहां सुरक्षा बल उन युवाओं से मिलने की कोशिश करते हैं, जो आतंकी समूहों के जाल में फंस जाते हैं। जनरल नरवने ने कहा, "यह एक निरंतर प्रयास है, जो हम कर रहे हैं। इस तरह के प्रयासों के कारण हर साल भर्तियों में थोड़ी कमी होती है। यह ऊपर और नीचे जाती रहती है।"