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Hindi News भारत राष्ट्रीय 'भारत, दुनिया में कोविड से सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में शामिल, लेकिन हर मौत पीड़ादायी'

'भारत, दुनिया में कोविड से सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में शामिल, लेकिन हर मौत पीड़ादायी'

हर्षवर्धन ने भारत के दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में से एक होने की बात पर बृहस्पतिवार को जोर देते हुए कहा कि देश में पिछले एक महीने में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक से वृद्धि हुई है, लेकिन स्वस्थ होने वालों की संख्या भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है।

India, among the countries with lowest death rate from Covid, says Harsh Vardhan- India TV Hindi Image Source : TWITTER (@DRHARSHVARDHAN) हर्षवर्धन ने कहा भारत के दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में से एक है।

नयी दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भारत के दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे कम मृत्यु दर वाले देशों में से एक होने की बात पर बृहस्पतिवार को जोर देते हुए कहा कि देश में पिछले एक महीने में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक से वृद्धि हुई है, लेकिन स्वस्थ होने वालों की संख्या भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, उपलब्ध कोविड सुविधाओं की व्यापक समीक्षा के लिये राष्ट्रीय राजधानी स्थित लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी)का दौरा करने के बाद हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में कोविड से मृत्यु दर दुनिया में सबसे कम है, लेकिन प्रत्येक मृत्यु दुखद और पीड़ादायी है। 

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय मृत्यु दर कम हो रही है और फिलहाल यह 1.11 फीसदी है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किये गए आंकड़ों के अनुसार, भारत में पिछले 24 घंटे में एक दिन में कोविड-19 के सर्वाधिक तीन लाख 79 हजार 257 मामले आए और 3645 लोगों की मौत हुई। उन्होंने कहा, ‘‘मास्क पहनने, लगातार साबुन से हाथ धोने और सामाजिक दूरी का पालन करने से बड़ा कोई हथियार नहीं है।’’ 

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि महामारी की शुरुआत के समय से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों से कोविड से सुरक्षा के उपायों का पालन करने की अपील कर रहे हैं क्योंकि बीमारी से लड़ने के लिये यह जरूरी है। बयान के अनुसार, उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या को सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के जरिये जिस तरह फरवरी में 10 हजार के नीचे लाया गया था, इस बार भी उसी तरह इसमें कमी लाई जाएगी। 

उन्होंने कहा कि पिछले साल कोरोना वायरस के बारे में कोई भी नहीं जानता था, लेकिन अब इस समस्या से कैसे निपटना है इसको लेकर सरकार के पास बेहतर जानकारी है और इस महामारी से लड़ने के लिये वह कोई प्रयास नहीं छोड़ रही है। उन्होंने बताया कि देश में जांच क्षमता में लगातार सुधार हो रहा है और बुधवार को कोविड-19 के लिये 17 लाख से अधिक नमूनों की जांच की गई।

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