अमेरिका, कनाडा से भारतीयों को लाने के लिए 3 से 15 जुलाई के बीच Air India की उड़ानें, सोमवार से बुक कर सकेंगे टिकट
वंदेभारत मिशन के तहत अमेरिका औ कनाडा में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए एयर इंडिया 3 जुलाई से 15 जुलाई के भी सेवाएं देगी।
नई दिल्ली. कोरोनावायरस के कारण दुनियाभर में लागू लॉकडाउन की वजह से तमाम देशों में भारतीय नागरिक अभी भी फंसे हुए हैं। इन लोगों को वापस लाने के लिए भारत सरकार द्वारा वंदेभारत मिशन चलाया जा रहा है। इस मिशन के तहत अमेरिका औ कनाडा में फंसे लोगों को वापस लाने के लिए Air India 3 जुलाई से 15 जुलाई के भी सेवाएं देगी। जो भी लोग इन दोनों देशों से भारत वापस आना चाहते हैं, वो सोमवार से टिकट्स बुक कर सकेंगे। इस बात की जानकारी एयर इंडिआ ने ट्वीट कर दी।
चौथे चरण में 17 देशों के लिए 170 विमानों का परिचालन
एर इंडिया वंदे भारत मिशन के चौथे चरण के तहत तीन से 15 जुलाई तक 17 देशों से 170 विमानों का परिचालन करेगी। सरकार ने विदेशों में फंसे भारतीयों की वापसी के लिए छह मई को इस मिशन की शुरुआत की थी। वैसे भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ान सेवा कोरोना वायरस संक्रमण के कारण 23 मार्च से निलंबित है।
पीटीआई को प्राप्त हुए Air India के एक दस्तावेज के अनुसार मिशन के चौथे चरण में वह भारत से कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, केन्या, श्रीलंका, फिलीपीन, किर्गिस्तान, सऊदी अरब, बांग्लादेश, थाइलैंड, दक्षिण अफ्रीका, रूस, ऑस्ट्रेलिया, म्यामां, जापान, यूक्रेन और वियतनाम को जोड़ने वाली 170 उड़ानों का परिचालन करेगी। ये उड़ानें तीन जुलाई से 15 जुलाई के बीच संचालित होंगी।
दस्तावेज के अनुसार 38 उड़ानें भारत-ब्रिटेन मार्ग पर तथा 32 उड़ानें भारत-अमेरिका मार्ग पर संचालित होंगी। इसमें कहा गया है कि एअर इंडिया की 26 उड़ानें भारत और सऊदी अरब के बीच चलेंगी। गत 10 जून से शुरू होकर चार जुलाई तक चलने वाले मिशन के तीसरे चरण में एअर इंडिया 495 चार्टर्ड उड़ानों का परिचालन करेगी।
3.6 लाख से अधिक भारतीय वापस आए: विदेश मंत्रालय
कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सरकार द्वारा गत सात मई को 'वंदे भारत’ अभियान शुरू किये जाने के बाद से 3.6 लाख से अधिक भारतीय विदेश से वापस आये हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, कुल 5,13,047 भारतीयों ने विदेशों में भारतीय मिशनों के पास स्वदेश वापसी के लिए अपने अनुरोध दर्ज कराये हैं। जिन लोगों ने पंजीकरण कराये हैं, उनमें से गुरुवार तक की स्थिति के अनुसार 3,64,209 लोग इस अभियान के तहत लौट आए हैं।
With inputs from Bhasha