नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से तिरंगा फहराकर सातवीं बार राष्ट्र को संबोधित किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से चीन और पाकिस्तान के विस्तारवाद तथा आतंकवाद पर जोरदार प्रहार किया। प्रधानमंत्री ने चीन और पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि आतंकवाद हो या विस्तारवाद भारत आज डटकर मुकाबला कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, "LoC से लेकर LAC तक, देश की संप्रभुता पर जिस किसी ने आँख उठाई है, देश ने, देश की सेना ने उसका उसी भाषा में जवाब दिया है। भारत की संप्रभुता का सम्मान हमारे लिए सर्वोच्च है। इस संकल्प के लिए हमारे वीर जवान क्या कर सकते हैं, देश क्या कर सकता है, ये लद्दाख में दुनिया ने देखा है।"
इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि दक्षिण एशिया में दुनिया की एक चौथाई जनसंख्या रहती है। हम सहयोग और सहभागिता से इतनी बड़ी जनसंख्या के विकास और समृद्धि की अनगिनत संभावनाएं पैदा कर सकते हैं। इस क्षेत्र के देशों के सभी नेताओं की इस विशाल जन समूह के विकास और प्रगति की ओर एक अहम जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि आज पड़ोसी सिर्फ वो ही नहीं हैं जिनसे हमारी भौगोलिक सीमाएं मिलती हैं बल्कि वे भी हैं जिनसे हमारे दिल मिलते हैं। जहां रिश्तों में समरसता होती है, मेल जोल रहता है। भारत का लगातार प्रयास है कि अपने पड़ोसी देशों के साथ सांस्कृतिक और आर्थिक रिश्तों को और गहराई दें।
उन्होंने कहा, '192 में से 184 ने भारत को संयुक्त राष्ट्र में अस्थायी सदस्यता के लिए भारत को समर्थन दिया था। विश्व में कैसे हमने पहुंच बढ़ाई है, उसका यह उदाहरण है। ये तभी होता है जब भारत सशक्त हो, जब भारत सुरक्षित हो।'
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