भारत के आर्मी प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि चीन भारत के साथ अपनी सीमा पर यथास्थिति बदलने का प्रयास कर रहा है, और डोकलाम क्षेत्र में जारी गतिरोध जैसी घटनाएं भविष्य में बढ़ने की संभावना है। रावत ने कहा, चीन द्वारा डोकलाम में मौजूदा गतिरोध यथास्थिति बदलने की कोशिश है, जिसके बारे में हमें चिंता करने की जरूरत है और मुझे लगता है ऐसी घटनाओं के भविष्य में बढ़ने की संभावना है। (लालू की 'देश बचाओं, बीजेपी भगाओ' रैली आज, बीजेपी सरकार के खिलाफ बोलेंगे हल्ला)
बिपिन रावत यह बात तब कही जब वह सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग द्वारा 'मौजूदा भू-सामरिक स्थिति में भारत की चुनौतियां' विषय पर जनरल बी सी जोशी स्मृति व्याख्यान दे रहे थे। रावत ने कहा, विवाद और क्षेत्र को लेकर विवादित दावे जारी हैं। यह वास्तविक नियंत्रण रेखा एलएसी के निर्धारण पर अलग-अलग धारणाओं के कारण हैं।
जनरल रावत ने कहा, 'हमारी सेना को ऐसा नहीं लगता कि किसी अन्य सेक्टर में फिर से ऐसा नहीं हो सकता। यह सोचना कि ऐसा फिर नहीं होगा, इसके बजाय तैयार और अलर्ट रहना हमेशा बेहतर है। सेना को मेरा संदेश है कि कोई ढील ना बरते।' उन्होंने कहा कि चीन लगातार क्षेत्रीय सुरक्षा में अपना दबदबा बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा, ' वह पड़ोसी देश विशेष तौर पर पाकिस्तान, मालदीव, श्रीलंका और म्यांमार में रक्षा और आर्थिक भागेदारी बढ़ा रहा है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरने वाला चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भारत की संप्रभुत्ता को चुनौती देता है।'
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