नई दिल्ली: पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो किसी का भी, कहीं भी, मात्र 20 से 30 हजार रुपयों में फर्जी गन लाइसेंस बना देते थे। अब तक इस गिरोह ने 200 से ज्यादा फर्जी लाइसेंस बनाए और बेचे हैं। इन फर्जी लाइसेंसों के जरिए कितने हथियार और कितनी गोलियां खरीदी गई हैं इसका हिसाब किसी के पास नहीं है। ये सारा गोरखधंधा चल रहा है यूपी के शाहजहांपुर में। ये भी पढ़ें: बकरीद पर कुर्बानी के खिलाफ खड़ा हुआ मुस्लिम समाज, जानें क्या है पूरा मामला
शाहजहांपुर पुलिस को काफी दिनों से फर्जी लाइसेंस बनाने वाले इस गिरोह की तलाश थी। पुलिस की सर्विलांस टीम और क्राइम ब्रांच इस गिरोह पर लगातार नज़र बनाये हुए थी और मौक़ा मिलते ही इन सातों आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया। इनके पास से पुलिस को फर्जी लाइसेंस पर खरीदी गयी 13 बंदूकें भी बरामद हुई।
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह ने अब तक शस्त्र विभाग के बाबुओं के साथ मिलकर 200 से ज्यादा फर्जी लाइसेंस तैयार किए हैं। उन लाइसेंस को ये 20 से 30 हज़ार रुपये में अपराधियों को बेच दिया करते थे।
फर्जी लाइसेंस की मदद से इस गिरोह ने मुरादबाद से दर्जनों बंदूकें और रायफल खरीदी है। साथ ही इन लोगों ने सैकड़ो कारतूस भी खरीदे हैं जिनका हिसाब ना तो पुलिस के पास है ना इस गिरोह के पास। फिलहाल पुलिस शस्त्र विभाग के उन बाबुओं की तलाश में है जिनकी मदद से फर्जी लाइसेंस तैयार किये जाते थे।
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