नई दिल्ली। कोरोना संकट काल को मोदी सरकार आपदा को अवसर में बदल रही है। पीएम मोदी की डिजिटल इंडिया की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शुक्रवार को भारत सरकार का डिजिटल कैलेंडर और डायरी ऐप लॉन्च किया। मंत्रालय के मुताबिक, इस साल डिजिटल कैलेंडर और डायरी ऐप लॉन्च होने से पिछले साल की तुलना में 5 करोड़ रुपए की बचत हुई है। दरअसल, भारत सरकार का अब पूरा फोकस डिजिटल पर है। इसी के चलते इस साल 2021 में सरकारी कैलेंडर और डायरी छापने की बजाय डिजिटल कैलेंडर और डायरी ऐप का शुभारंभ किया गया है।
डिजिटल कैलेंडर का फायदा
भारत सरकार के डिजिटल कैलेंडर और ऐप के लॉन्च के मौके पर केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि, इस डिजिटल कैलेंडर का फायदा ये है कि ये सबके इस्तेमाल के लिए फ्री है। पहले ये पंचायत तक पहुंचता था, कागज खर्च होता था। कागज पेड़ से मिलता है, इसलिए पेड़ कटते थे। गौरतलब है कि, पहले सभी कैलेंडर, डायरी, शेड्यूलर और इसी तरह की अन्य सामग्री भौतिक प्रारूप में छापी जाती थीं, पर अब यह सब डिजिटल होगा। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस तरह की सभी गतिविधियां डिजिटल और ऑनलाइन होंगी।
ई-पुस्तकों के उपयोग को मिलेगा बढ़ावा
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस तरह की सभी गतिविधियां डिजिटल और ऑनलाइन होंगी। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और उनके शासन मॉडल के अनुरूप है, जिन्होंने हमेशा प्रौद्योगिकी को एक प्रतिबल के रूप में देखा है। मंत्रालय ने आगे कहा कि कॉफी टेबल पुस्तकों के प्रकाशन को भी रोका जाएगा और ई-पुस्तकों के उचित उपयोग को प्रोत्साहित किया जाएगा।
डिजिटल इंडिया को मिलेगा बढ़ावा
केंद्र सरकार के डिजिटल इंडिया अभियान के तहत इस बार नए साल 2021 का कैलेंडर और डायरी ऐप को डिजिटल बनाया गया है। कोरोना वायरस महामारी के इस दौर में डिजिटल चीजों की डिमांड बढ़ी है। ऐसे में कैलेंडर और डायरी, शेड्यूलर और इसी तरह की अन्य सामग्री भौतक रूप छापने के बजाए डिजिटली बनाई गई हैं।
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