हैदराबाद: न्यायिक हिरासत में भेजे गए बलात्कार कांड के चारों आरोपी, युवती की मां ने कहा 'दोषियों को जिंदा जला दो'
हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर से बलात्कार और फिर उसे जलाकर मार देने की जघन्य घटना के चारों आरोपियों को आज अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
हैदराबाद में वेटरनरी डॉक्टर से बलात्कार और फिर उसे जलाकर मार देने की जघन्य घटना के चारों आरोपियों को आज अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। शनिवार को इन चारों आरोपियों को शादनगर पुलिस स्टेशन से चंचलगुडा सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। बता दें कि गुरुवार को हैदराबाद-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक पुलिया के पास एक युवती की जली हुई लाश मिली थी। पोस्टमार्टम के बाद पता चला था कि युवती के साथ बलात्कार किया गया था। यह युवती पेशे से वेटरनरी डॉक्टर थी। पुलिस ने इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया था।आज इन चारों आरोपियों को पुलिस ने अदालत के सामने पेश किया, जहां अदालत ने इन सभी आरोपियों को जेल भेजने के आदेश दिए।
मां ने कहा बलात्कारियों को जला कर मार दो
इस घटना के बाद से युवती का परिवार स्तब्ध है। युवती की मां ने बलात्कारियों के लिए वही सजा मांगी है जो हश्र उन्होंने उनकी बेटी के साथ किया था। लड़की की मां ने कहा, 'मेरी बेटी मासूम थी। मैं चाहती हूं कि उन्हें (दोषियों) को भी जला कर मार दिया जाए।' उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता है कि मेरी बेटी ने अपनी बहन को फोन कर बताया कि कुछ अजनबी उसकी स्कूटी को दूसरी जगह ले जा रहे हैं।
देश भर में आक्रोश
इस घटना के सामने आने के बाद से देश भर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। देश भर में इस जघन्य घटना को लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है। उधर, तेलंगाना के एक मंत्री ने यह कहकर विवाद पैदा कर दिया कि महिला को अपनी बहन की जगह पुलिस को फोन करना चाहिए था। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे एवं निकाय प्रशासन मंत्री के टी रामा राव ने कहा कि वह मामले पर व्यक्तिगत तौर पर नजर रखेंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने घटना पर हैरानी जताते हुए इसे खौफनाक और बिना उकसावे की हिंसा बताया और कहा कि यह कल्पना से परे है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि वह इस मामले के मद्देनजर सभी राज्यों को परामर्श जारी करेगा कि वे महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए एहतियाती कदम उठाएं।
मंत्री के बयान से बवाल
इस बीच, राज्य के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली ने अपनी इस कथित टिप्पणी से विवाद पैदा कर दिया कि महिला को अपनी बहन की बजाय पुलिस को फोन करना चाहिए था। हालांकि, अली के करीबी सूत्रों ने कहा कि मंत्री सिर्फ यह कहना चाह रहे थे कि पुलिस को सूचित करने से उसकी मदद हो सकती थी। अली ने पशु चिकित्सक के माता-पिता से मुलाकात की। उन्होंने घटना पर रोष जताते हुए कहा कि अपराधियों को कड़ी सजा दी जाएगी। अली ने कहा, ‘‘ यह लड़की मेरी बेटी जैसी है। मुझे घटना पर दुख है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।’’