हैदराबाद रेप केस: CM ने जल्द सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट के गठन के आदेश दिए
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने महिला पशु चिकित्सक से बलात्कार और हत्या मामले की शीघ्र सुनवाई के लिए त्वरित अदालत का गठन किए जाने के आदेश दिए हैं।
हैदराबाद। हैदराबाद के निकट एक महिला पशु चिकित्सक के सामूहिक बलात्कार और हत्या को लेकर अंतत: चुप्पी तोड़ते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मामले की तेजी से सुनवाई के लिए एक त्वरित अदालत गठित करने का रविवार को आदेश दिया और पीड़िता के परिवार को हर आवश्यक मदद मुहैया कराने का वादा किया। राव ने घटना के बाद पहली बार सार्वजनिक बयान देते हुए इसे ‘वीभत्स’ बताया और गहरा दु:ख प्रकट किया।
मुख्यमंत्री कार्यालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार राव ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस मामले के आरोपियों के खिलाफ त्वरित सुनवाई हो और अपराधियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने मामले के निपटान के लिए त्वरित अदालत गठित करने का भी फैसला किया।
विज्ञप्ति में वारंगल में एक नाबालिग के बलात्कार एवं हत्या मामले के लिए त्वरित अदालत के गठन के कारण अपराध के 56 दिनों में फैसला सुनाए जाने का भी जिक्र किया गया। इसमें कहा गया कि राव का मानना है कि महिला पशु चिकित्सक के मामले में भी जल्द फैसला आना चाहिए। विज्ञप्ति में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने पीड़िता के परिवार को हर आवश्यक मदद मुहैया कराए जाने का आश्वासन दिया और उन्होंने इस घटना को लेकर दु:ख प्रकट किया।
इससे पहले मामले पर प्रतिक्रिया नहीं देने को लेकर कांग्रेस, भाजपा, वामदलों और अन्य दलों ने राव की आलोचना की थी। राज्य भाजपा ने रविवार को कहा था कि तेलंगाना में हुए इस जघन्य कांड को लेकर पूरा देश स्तब्ध और गुस्से में है और ऐसे में मुख्यमंत्री आज विवाह समारोह में शामिल हो रहे हैं और फोटो खिंचवा रहे हैं। इस घटना को सामने आए 48 घंटे से भी अधिक का समय हो गया है, लेकिन मुख्यमंत्री ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया।
गौरतलब है कि सरकारी अस्पताल में काम करने वाली पशु चिकित्सक से गुरुवार रात शहर के बाहरी इलाके में चार लोगों ने बलात्कार करने के बाद उसकी हत्या कर दी थी। बाद में 25 वर्षीय इस महिला का झुलसा हुआ शव बरामद हुआ था। मामले के चार आरोपियों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया था।
अदालत से आरोपियों की हिरासत की मांग करेगी पुलिस
तेलंगाना के हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक की बलात्कार के बाद हत्या को लेकर लोगों के बढ़ते गुस्से के बीच, पीड़िता की कॉलोनी के लोगों ने उसके माता-पिता से मिलने के लिए किसी भी राजनीतिक दल के नेता को कॉलोनी के अंदर नहीं आने दिया। वहीं पुलिस आगे की जांच के लिए आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने की तैयारी कर रही है।
शहर के बाहरी हिस्से में स्थित शमशाबाद इलाके में लोगों ने कॉलोनी का मुख्य द्वार बंद कर दिया और तख्ती टांग दी जिस पर लिखा था, ‘‘मीडिया नहीं, पुलिस नहीं, कोई बाहरी नहीं, कोई हमदर्दी नहीं, सिर्फ कार्रवाई, इंसाफ।’’
माकपा से पूर्व विधायक जे रंगा रेड्डी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को कॉलोनी के लोगों ने वापस जाने को कहा। पूर्व विधायक ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि वह और उनके साथी कुछ समय के लिए कॉलोनी के द्वार के सामने पालथी मारकर बैठ गए और परिवार के प्रति हमदर्दी जताई।
इससे पहले, पुलिस ने कहा कि वह चारों आरोपियों से आगे की पूछताछ के लिए अदालत में याचिका दायर कर उनकी हिरासत की मांग करेगी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘आगे की जांच के लिए हम जल्द ही हिरासत याचिका दायर करने पर विचार कर रहे हैं।’’ अधिकारी ने बताया कि हिरासत में लेकर की जाने वाली पूछताछ जेल में भी की जा सकती है।
इस बीच, पशु चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या की प्राथमिकी देर से दर्ज करने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। रंगा रेड्डी बार एसोसिएशन ने फैसला किया है कि मामले में आरोपियों की तरफ से कोई भी पेश नहीं होगा।
इस जघन्य घटना में अपने बच्चों की संलिप्तता पर दुख जताते हुए दो आरोपियों की मां ने कहा कि उन्हें उचित सजा दी जानी चाहिए। चार आरोपियों में से एक चेन्नावाकेसावुलु की मां ने कहा, ‘‘आपको जो सजा देनी है उन्हें दो। मेरी भी एक बेटी है।’’ उसकी मां ने दावा किया कि चेन्नासेवुलु पिछले छह महीने से सेहत संबंधी समस्याओं की वजह से कोई काम नहीं कर रहा था। उसके परिवार के एक अन्य सदस्य ने कहा कि उसकी गिरफ्तार के बाद से वे लोगों का सामना नहीं कर पा रहे हैं। आरोपी शिवा की मां ने कहा कि उसे अपराध के लिए सजा देनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ आप कुछ भी कीजिए। केवल भगवान जानता है।’’ दोनों आरोपियों के परिजन ने कहा कि वे मामूली तरीकों से अपना जीवन यापन करते हैं।
इसी हफ्ते 25 वर्षीय महिला पशु चिकित्सक से बलात्कार और फिर उसकी हत्या करने के बाद देश भर में गुस्सा है। घटना के विरोध में तेलंगाना में हैदराबाद और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन हुए और नागरिकों ने मांग की कि आरोपियों को मृत्युदंड जैसी कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इस बीच, साइबराबाद पुलिस ने रविवार को मीडिया से अपील की कि वे इस घटना को लगातार टीवी पर नहीं चलाएं। (भाषा)