चेन्नई: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ट्विटर हैंडल पर पहली पोस्ट डालने वाली स्नेहा मोहनदौस ने कहा कि यह ‘बड़ा अवसर’’ हासिल कर वह गौरवान्वित महसूस कर रही हैं और बेघर लोगों को भोजन मुहैया कराने का संदेश वह व्यापक पैमाने पर लोगों तक पहुंचाने में सफल रहीं।
चेन्नई की रहने वाली मोहनदौस ने बेघर लोगों को भोजन मुहैया कराने की पहल ‘फूड बैंक’ की शुरुआत 2015 में की थी। उन्होंने कहा कि वह काफी खुश हैं और गौरवान्वित हैं कि उन्हें यह अवसर मिला। उन्होंने कहा, ‘‘मैं सोचती हूं कि क्या यह अहसास बताने के लिए गौरव से बेहतर शब्द हो सकता है। यह बड़ी जिम्मेदारी थी क्योंकि खुद प्रधानमंत्री ने यह अवसर उपलब्ध कराया जिसका उचित तरीके से इस्तेमाल किया जाना था और संदेश लोगों तक सही पहुंचना चाहिए। हर शब्द मायने रखता है और मेरा मानना है कि मैंने इस अवसर का सही इस्तेमाल किया।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के ट्विटर हैंडल के माध्यम से संदेश ज्यादा लोगों तक पहुंचा है। अपने काम के बारे में 27 वर्षीय मोहनदौस ने कहा कि वह किसी से धन प्राप्त नहीं करती हैं और लोगों द्वारा दिए गए सामान मुहैया कराने और स्वयंसेवियों द्वारा भोजन पकाने और लाभार्थियों तक भोजन पहुंचाने पर निर्भर हैं। यह पूछने पर कि यह अवसर उन्हें कैसे मिला तो उन्होंने कहा कि एक स्वयंसेवी ने उन्हें नामित किया जिसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके नाम का चयन किया और सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इसे साझा किया।
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