Facebook के जरिए आपका दोस्त मांगने लगे पैसे तो हो सकता है फ्रॉड, इन 4 तरीकों से बचें
आजकल फेसबुक (Facebook) में फेक प्रोफाइल बनाकर आपके दोस्तों से पैसे मांगने वाले मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने इसको लेकर लोगों को 4 तरीके बताएं हैं जिससे आप ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं।
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने ऑनलाइन फ्रॉड के बढ़ते मामलों को लेकर लोगों को सावधान किया है। अगर आप भी सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं तो ये खबर आपके काम की है। दरअसल, आजकल फेसबुक (Facebook) में फेक प्रोफाइल बनाकर आपके दोस्तों से पैसे मांगने वाले मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने इसको लेकर लोगों को 4 तरीके बताएं हैं जिससे आप ऑनलाइन फ्रॉड से बच सकते हैं।
दिल्ली पुलिस के ट्वीटर अकाउंट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, फेसबुक पर आपकी फेक प्रोफ़ाइल बना कर आपके मित्रों से पैसे मांगने वाले फ्रॉड तेज़ी से बढ़ रहे हैं। पुलिस कंप्लेंट के साथ-साथ आप ख़ुद उस फेक प्रोफ़ाइल को फेसबुक इस लिंक पर क्लिक करके रिपोर्ट कर सकते हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के ये हैं 4 तरीके
- अपने Facebook Account में फ्रेंड लिस्ट और बायो डाटा को प्राइवेट रखें। ऐसा करने से अनजान व्यक्ति आपकी प्रोफ़ाइल देख कर उससे मिलती जुलती फेक प्रोफ़ाइल नहीं बना पाएगा।
- फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले, भेजने वाले की प्रोफ़ाइल को अच्छी तरह जांच ले।
- अगर प्रोफ़ाइल नई बनी हुई है या उसपर ज्यादा एक्टिविटी नहीं है, तो शायद वह फेक है।
- अगर प्रोफाइल से अचानक पैसे मांगने वाले मेसेज आ रहे हैं, तो शायद वह फेक है। सावधान रहें, सुरक्षित रहें।
ये भी सावधानी बरतें
- क्यूआर कोड स्कैन फ्रॉड से आप ऐसे बच सकते हैं। किसी अज्ञात स्रोत से प्राप्त क्यूआर कोड को स्कैन न करें। इससे आपके खाते से अनधिकृत रूप से धन निकाला जा सकता है।
- किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजा कोई भी QR Code स्कैन करने से पहले उसे ध्यान से देखें। याद रखें- QR Code से स्कैन करने वाले व्यक्ति के अकाउंट से पैसे डेबिट होते हैं, उसमें क्रेडिट नहीं होते।
- साथ ही दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने SMS के जरिए होने वाले फ्रॉड को लेकर भी सचेत किया है।
- दिल्ली पुलिस साइबर क्राइम ब्रांच के मुताबिक, 'सावधान रहें! एक नए तरीके का फ्रॉड SMS सामने आया है, जिसमें एयरटेल सिम कार्ड की केवाईसी/KYC कराने के लिए एक मोबाइल पर कॉल करने को कहा जाता है। इस नंबर पर कॉल करने पर एक साइबर ठग अलग अलग तरीकों से आपके बैंक A/C या क्रेडिट कार्ड से पैसे उड़ा लेता है।
- कॉलर की बातों में ना आएं। ना कोई ऐप डाऊनलोड करें ना कोई छोटी से छोटी पेमेंट करें। ये ठग, डाऊनलोड किए गए ऐप, जैसे Any Desk, QuickSupport, से आपके फोन स्क्रीन को रेमोटेली देख लेते हैं और आपके कार्ड, सीवीवी, ओटीपी, UPI PIN, आदि चुरा कर लाखों रुपए उड़ा लेते हैं।
ऐसे करें ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत
- आप यहां बताए गए कुछ आसान टिप्स के जरिए ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायत की शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
- सबसे पहले राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं, जो हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में हैं। इसके लिए आपको cybercrime.gov.in पर जाना होगा।
- यहां पोर्टल संबंधित जानकारी के साथ ही यूजर से स्वीक्रति मांगी जाएगी, कि उसके द्वारा शामिल की जाने वाली सभी डिटेल्स सही हो। इसे ‘स्वीकार कर’ आगे बढ़ें।
- यहां Report Cyber Crime Related to Women/Child और Report Other Cyber Crime के दो अलग अलग सेग्मेंट बनाए गए हैं। आप जिस संदर्भ में शिकायत करना चाहते हैं, उसपर क्लिक करें।
- जालसाजी, फिशिंग, हैकिंग व फ्रॉड जैसे मुद्दें ‘अदर साइबर क्राइम’ के तहत आते हैं। इसे क्लिक करने पर मोबाइल नंबर सहित अन्य डिटेल्स मांगी जाएगी, जिन्हें भरना है।
- इसी तरह दूसरी ओर ‘साइबर क्राइम रिलेटेड टू वूमेन/चिल्ड्रेन’ में पोर्नोग्राफी, ऑनलाइन बुलिंग और Sexually Explicit कंटेंट आते हैं, जिनकी शिकायत इस सेग्मेंट के तहत दर्ज की जा सकती है।
- यहां Report Anonymously और Report And Track दो ऑप्शन दिए गए हैं। जिनमें अपनी पहचान गुप्त रखते हुए भी साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज की जा सकती है। जरूरत के अनुसार यूजर्स कोई भी ऑप्शन चुन सकते हैं।
- क्राइम कैटेगरी को सलेक्ट करने के बाद आरोपी का नाम, जगह और सबूतों को मांगा जाएगा। सभी तरह की जरूरी जानकारी भरने के बाद शिकायत को सबमिट कर दें।
- साइबर क्राइम रिपोर्ट करने के बाद एक यूनिक नंबर के रूप में कम्प्लेन्ट आईडी प्रदान की जाएगी। इस नंबर के जरिये ही बाद में अपनी कम्प्लेन्ट को ट्रैक कर सकते हैं।