सॉफ्टवेयर इंजीनियर बना साइको किलर, सुपारी किलर मां-बेटा गैंग की पूरी कहानी
किलर 'मदर एंड सन' की ये कहानी जितनी सनसनीखेज़ है उतनी ही हैरतअंगेज भी है। इल्जाम है कि 'मां-बेटा' गैंग अब तक 20 लोगों का मर्डर कर चुका है।
नई दिल्ली: बिहार में पुलिस ने मां-बेटे के एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो पैसे लेकर लोगों की हत्या करता था। आरोप है कि इस गिरोह ने अबतक 20 हत्याएं की है। वाकई जुर्म का ये किस्सा बेहद चौंकाने वाला है। पुलिस का आरोप है मां बेटे की मदद कर थी। किलर बेटा सुपारी लेता था और फिर गैंग के साथ मिलकर लोगों की हत्याएं करता था। किलर 'मदर एंड सन' की ये कहानी जितनी सनसनीखेज़ है उतनी ही हैरतअंगेज भी है। इल्जाम है कि 'मां-बेटा' गैंग अब तक 20 लोगों का मर्डर कर चुका है।
बिहार के हाजीपुर के रहने वाले इस किलर का नाम है अविनाश श्रीवास्तव। आज की तारीख में अविनाश का खौफ बिहार के कई ज़िलों में फैला है। शानदार अंग्रेजी बोलनेवाला अविनाश दिल्ली की एक नामी यूनिवर्सिटी से एमसीए कर चुका है। देश की एक सबसे बड़ी आईटी कंपनी में जॉब कर चुका है। लेकिन एक वारदात ने उसकी जिंदगी बदल दी। ऐसा सनकी हत्यारा जो जिसके लिए शौक बड़ी चीज़ है। ये सिर्फ ब्लू कलर की ब्रांडेड शर्ट पहनता है। और इसका ब्रांड भी फिक्स है किलर।
अविनाश के साइको किलर बनने की कहानी पूरी फिल्मी है। पहले बाप का मर्डर हुआ और फिर ये अच्छी खासी नौकरी छोड़कर गुनाह की दुनिया में कूद पड़ा..बदला लेने के लिए। अब तक इसके सिर पर 20 लोगों की हत्या का आरोप है। पुलिस के मुताबिक अविनाश और इसकी मां एक ऐसा गैंग चलाते हैं..जो सुपारी लेकर ताबड़तोड़ हत्याएं करते हैं। बिहार में इनका गैंग मां-बेटा गैंग के नाम से कुख्यात है। अविनाश के साथ पुलिस ने इसकी मां को भी गिरफ्तार किया है।
इस सनकी हत्यारे ने 14 साल पहले..हथियार उठाया था..और इसने सबसे पहला कत्ल उस शख्स का किया था...जिसने इसके पिता को मारा था। अविनाश ने उसे एक बार में 32 गोलियां मारी थीं..उसका शरीर छलनी कर दिया था।उस हत्या को अंजाम देने से पहले...अविनाश दिल्ली में पढ़ता था..एमसीए के बाद इनफोसिस जैसी नामी कंपनी में अच्छी जॉब करने लगा। इसी बीच इसने अपना बिज़नेस शुरू करने का मन बनाया..बिहार में बिजनेस पार्टनर की तलाश में अविनाश कई लोगों से मिला और एक दिन इसे एक ऐसा राज मालूम हुआ जिससे इसे दिल में इंतकाम की आग सुलगने लगी।
बताया जाता है कि अविनाश ने जिस देसी तमंचे मोइन खान पर फायर किया था..जब वो एक फायर के बाद गरम हो जाता, तो उस पर पानी डालकर ठंडा करता, कट्टा जब ठंडा हो जाता, तो अविनाश मोइन को फिर से गोली मारता। आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अविनाश को 32 राउंड फायर करने में कितना वक्त लगा होगा। उस कत्ल के बाद फिर अविनाश के गुनाहों का सिलसिला कभी रुका नहीं। ये अपने पिता की हत्या में शामिल ज्यादातर आरोपियों को मार चुका है।