जम्मू/नई दिल्ली: केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को उम्मीद जाहिर की कि भारत के प्रति पाकिस्तान के रवैये में बदलाव आएगा, वहीं मंत्रिमंडल के उनके सहयोगी वी.के. सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री को सेना का समर्थन प्राप्त है, इसलिए सेना अभी भी परोक्ष रूप से देश पर शासन कर रही है। सिंह से पूछा गया कि क्या वह इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान में नई सरकार के गठन के बाद वहां के रवैये में कोई बदलाव की उम्मीद करते हैं? उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि पाकिस्तान की प्रकृति में कोई बदलाव आएगा। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि बदलाव आए। मैं उम्मीद करता हूं कि यह बदलाव पहले से बेहतर हो।
वह व्यापक एकीकृत सीमा प्रबंधन प्रणाली (सीआईबीएमएस) के अंतर्गत सीमा पर बाड़ लगाने की दो 'स्मार्ट' प्रायोगिक परियोजनाओं को लांच करने के बाद पलौरा में बीएसएफ मुख्यालय में सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की अपनी प्रकृति है और उसे हम बदल नहीं सकते। अपनी प्रकृति में बदलाव के लिए पाकिस्तान जो कर सकता है, वह उसे खुद करना होगा। पाकिस्तान को यह समझना होगा कि पड़ोसियों के साथ कैसे व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ संबंध बनाए रखने के लिए अधिकतम प्रयास किए हैं।
गृहमंत्री ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केवल संबंध बेहतर करने के लिए ही प्रोटोकोल तोड़कर पाकिस्तान गए थे। अगर पाकिस्तान उस प्रयास के बाद भी समझने की कोशिश नहीं कर रहा है तो क्या किया जा सकता है। दोनों सीआईबीएमएस परियोजना जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास 5.5 किलोमीटर के दायरे को कवर करती हैं। यह अपने तरह की पहली उच्च प्रौद्योगिकी वाली निगरानी प्रणाली है। सिंह ने कहा कि यदि यह प्रणाली समुचित तरीके से काम करने लगती है तो, इसके बाद 2,026 किलोमीटर के अतिसंवेदनशील सीमा क्षेत्र में इसे लगाया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रौद्योगिकी, सीमा की रक्षा करने वाले जवानों की मृत्यु संख्या को कम घटाने के साथ ही सीमा पर कई घंटों की ड्यूटी के दौरान तनाव कम करने का मौका प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी को जोड़ने से एक अदृश्य इलेक्ट्रॉनिक अवरोधक पैदा होगा, जो जमीन, जल और वायु व भूमिगत क्षेत्र में बीएसएफ को घुसपैठ की पहचान व उसे विफल करने में मदद करेगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह जवानों की गश्त पर निर्भरता को भी कम करेगा।
नेशनल कांफ्रेंस(एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के नगर निगम और पंचायत चुनावों का बहिष्कार करने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं इन दलों से इन चुनावों में शामिल होने की अपील करता हूं, क्योंकि लोगों से सीधा संपर्क स्थापित करने का केवल यही तरीका है। इसबीच एक समारोह से इतर दिल्ली में, विदेश राज्य मंत्री वी.के. सिंह ने कहा कि पाकिस्तान के साथ वार्ता तभी हो सकती है, जब स्थिति अनुकूल हो। उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर, एक व्यक्ति(इमरान खान) को सेना का समर्थन प्राप्त है, वहां सेना अभी भी शासन करती है। इंतजार करते हैं और देखते हैं कैसे चीजें आगे बढ़ती हैं। क्या वह सेना के नियंत्रण में रहते हैं या नहीं।
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