हिजबुल मुजाहिदीन की गीदड़ भभकी, कहा- ‘कश्मीर बंद का हुक्म ना मानने वाला मौत के लिए रहे तैयार’
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद प्रतिबंधों के साये में जी रही घाटी के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद प्रतिबंधों के साये में जी रही घाटी के हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। लोग सड़कों पर दिखने लगे हैं और बाजारों में रौनक धीरे-धीरे बढ़ने लगी है। लेकिन, आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन को यह सब रास नहीं आ रहा है। उसने स्थानीय दुकानदारों, शिक्षण संस्थानों, सार्वजनिक परिवहन, फल मंडियों और पेट्रोल पंपों को बंद रखने का फरमान जारी किया है।
हिजबुल मुजाहिदीन के शोपियां जिला कमांडर नावीद बाबू उर्फ बाबर आजम के हस्ताक्षर से जारी इस पत्र में कहा गया है कि ऐसा नहीं करने पर उन्हें आईईडी विस्फोट से उड़ा दिया जाएगा। हिजबुल मुजाहिदीन के पत्र में स्थानीय दुकानदारों को धमकी देते हुए कहा गया है कि आज के बाद तमाम दुकानें चाहें शहर की हों या गांवों की, पूरी तरह बंद होनी चाहिए। जो लोग ऐसा नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सीधी कार्रवाई की जाएगी और वह मौत के लिए तैयार रहें।
आतंकी संगठन ने इसके अलावा पेट्रोल पंपों को चेतावनी देते हुए कहा है कि आज के बाद पूरी तरह से बंद होने चाहिए और तेल आपूर्ति करने वाली गाड़ियां दोबारा सड़क पर नजर आईं तो वे आईईडी विस्फोट के लिए तैयार रहें। संगठन के पत्र में कहा गया है कि "स्वास्थ्य विभाग के अलावा तमाम विभाग चाहे डीसी ऑफिस हों या कोई और, पूरी तरह से बंद होने चाहिए। जो भी कर्मचारी इसमें काम करते हुए पाया गया वह आईईडी विस्फोट के लिए तैयार रहे। अगर वहां मौका न मिला तो उनके घर टारगेट होंगे। इसी तरह हम शिक्षा विभाग वालों को चेतावनी देते हैं. चाहे स्कूल, कॉलेज या यूनिवर्सिटी हो, कोई भी काम करते नजर आए तो उनके लिए यह आखिरी चेतावनी है।"
आतंकवादी संगठनों की धमकी से दुकानदारों एवं कर्मचारियों में जहां भय का माहौल बन गया है, वहीं सरकार ने कहा है कि वह इस तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है और वह लोगों को बिना भय के अपने काम में जुटे रहने के लिए प्रोत्साहित कर रही है। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने कहा है कि जम्मू एवं कश्मीर के 199 पुलिस थाना क्षेत्रों में से केवल 10 क्षेत्र में ही पाबंदी जारी है और यहां पाबंदी में ढील पूरी तरह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर है। इसका मतलब है कि आतंकियों को पाकिस्तान की शह मिलना जारी है।
उन्होंने कहा, "अगर पाकिस्तान अच्छा बर्ताव करने लगे, आतंकवादी घुसपैठ नहीं करे और अगर अपने ऑपरेट्विस को अपने टॉवर के जरिए सिग्नल न भेजे तो हम पाबंदी हटा सकते हैं।" उन्होंने कहा कि लगभग 230 पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान की गई है, जबकि इनमें से कई ने घुसपैठ की है और कुछ को गिरफ्तार किया गया है।