आगरा | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. एस. सुब्बैया ने शनिवार को यहां कहा कि देश का इतिहास पूरी तरह से दोबारा लिखे जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि देश की सभ्यता और संस्कृति की विरासत को वामपंथी विचारधारा के इतिहासकारों ने नुकसान पहुंचाया है, और अब इतिहास बदलने का वक्त आ गया है।
आगरा कॉलेज मैदान में यहां चल रहे एबीवीपी के चार दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन डॉ. सुब्बैया ने कहा, "वामपंथी इतिहासकारों ने भारत की संस्कृति और सभ्यता पर विषैले तीर चलाए। हम ऐसे विषैले तीर चलाने वालों को खत्म कर देंगे। भारत का इतिहास वामपंथी इतिहासकारों ने लिखा है, जो गलत है। एबीवीपी उस इतिहास को बदलने का संकल्प ले चुकी है।"
एबीवीपी के अध्यक्ष ने कहा कि जो भारत का इतिहास वामपंथी इतिहासकारों ने लिखा है, वह गलत है, और इसे पूरी तरह से पौराणिक कथाओं और संस्कृति के आधार पर दोबारा लिखा जाना चाहिए। राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, "कुछ संगठन है, जो स्वयं को महिला सशक्तिकरण के झांडावरदार बताते हैं, लेकिन वे करते कुछ नहीं। महिला उत्पीड़न की घटनाएं जब देश में बढ़ने लगीं तो एबीवीपी ने छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया और इस लायक बनाया कि अपनी रक्षा वे स्वयं कर सकें।"
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