आगरा: ताजमहल पर विवादों का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। आगरा में स्थित यह खूबसूरत मध्ययुगीन इमारत उस समय विवादों के केंद्र में आ गई थी जब संगीत सोम ने ताजमहल को हिंदुओं पर जुल्म ढाने वाले ‘गद्दारों’ द्वारा निर्मित बताया था और इसको भारतीय संस्कृति पर 'धब्बा' कहा था। संगीत सोम के इस बयान के बाद विपक्ष ने इस मुद्दे पर कड़ा रुख अपनाया था। यही वजह है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सफाई देते हुए कहा था कि आगरा में स्थित ताजमहल भारत की विरासत का हिस्सा है। यही नहीं, वह 26 अक्टूबर को ताजमहल, आगरा का किला और फतेहपुर सीकरी समेत शहर में स्थित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा करने वाले हैं। अब नया विवाद ताजमहल में शिव चालीसा पढ़ने पर हो रहा है।
योगी आदित्यनाथ के आगरा दौरे से ठीक 3 दिन पहले राष्ट्रीय स्वाभिमान पार्टी (RSP) के कार्यकर्ताओ ने ताजमहल के अंदर शिव चालीसा का पाठ किया। यही नहीं, उन्होंने इस पाठ का फेसबुक लाइव भी किया। इसी दौरान ताजमहल की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने समूह बनाकर पाठ कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और उनके मोबाइल फोन और कैमरे भी कब्जे में ले लिए। बाद में इन लोगो को कड़ी पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। हालांकि इससे पहले इनके मोबाइल फोन और कैमरे के सारे वीडियो और फोटो डिलीट करा दिए गए।
वहीं, मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रीय स्वाभिमान पार्टी के दीपक शर्मा ने बताया कि सोमवार को उनका और उनके साथियों का व्रत था जिसके लिए वह ताजमहल नहीं बल्कि ‘तेजोमहालय’ में भगवान शिव शंकर की पूजा करने आए थे। उन्होंने कहा कि वह अपने साथियों के साथ शिव चालीसा का पाठ कर रहे थे लेकिन ताजमहल में तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोक दिया। दीपक ने कहा कि अब इस देश मे पूजा पाठ पर रोक लगा दी गई है जो कि सही नहीं है।
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