हिमाचल प्रदेश में 31 मई तक बढ़ाया गया Lockdown, पहले की तरह ही जारी रहेंगी पाबंदियां
कोरोना वायरस संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए हिमाचल प्रदेश में पहले से लागू लॉकडाउन को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण को कंट्रोल करने के लिए हिमाचल प्रदेश में पहले से लागू लॉकडाउन को 31 मई तक के लिए बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हई कैबिनेट बैठक में सोमवार को यह फैसला लिया गया है। फिलहाल, लॉकडाउन में किसी भी तरह की छूट नहीं दी गई है। जैसे पहले से पाबंदियां थी, वैसे ही जारी रहेंगी।
गौरतलब है कि पहले 7 से 17 मई तक लॉकडाउन लगाया गया था, जिसे बाद में 26 मई तक बढ़ाया गया था और अब इसे 31 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया गया है। बढ़ाए गए लॉकडाउन के दौरान भी पहले से जारी पाबंदियों में कोई छूट नहीं दी गई है। राज्य में जारी लॉकडाउन के दौरान आवश्यक चीजों की दुकानें सुबह 8 से 11 बजे तक खोलने की अनुमति है।
COVID Vaccination: 18 से 44 साल वाले करा सकेंगे ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों के लिए वैक्सीनेशन को लेकर बड़ा फैसला लिया है। अब 18 से 44 साल के लोग बिना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के भी वैक्सीन लगवा सकेंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने Cowin पर 18 से 44 साल के लिए ऑन साइट रजिस्ट्रेशन व अपॉइंटमेंट शुरू कर दिया है। ये सुविधा वर्तमान में केवल सरकारी COVID टीकाकरण केंद्रों (CVCs) के लिए ही है। ये सुविधा वर्तमान में निजी कोविड वैक्सीन सेंटर के लिए उपलब्ध नहीं होगी और निजी सीवीसी को अपने टीकाकरण कार्यक्रम को विशेष रूप से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के लिए स्लॉट के साथ प्रकाशित करना होगा।
राज्यों द्वारा दिए गए अलग-अलग सुझाव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए मिले इनपुट के आधार पर केंद्र सरकार ने अब ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन और सहायक समूह पंजीकरण की सुविधा देने का निर्णय लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को सलाह दी है कि टीकाकरण केंद्रों पर भीड़भाड़ से बचने के लिए 18-44 वर्ष आयु वर्ग के लिए ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट शुरू करते समय अत्यधिक सावधानी बरती जानी चाहिए क्योंकि ऐसे में भीड़ होने की संभावना है।
कोविड-19 वैक्सीनेशन ड्राइव को और सरल बनाने के लिए अब 18 से 44 साल के लोगों के लिए ऑनसाइट रजिस्ट्रेशन की सुविधा उपलब्ध रहेगी। यानी कि इस वर्ग के लोगों के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा तो रहेगी ही साथ ही अब ऑफलाइन भी वैक्सीनेशन सेंटर पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। बता दें कि, यह सुविधा इसलिए शुरू की जा रही है जिससे कि टीके की बरबादी रोकी जा सके। यानी कि अगर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए उतने लाभार्थी नहीं पहुंच रहे और वैक्सीन की डोज उपलब्ध हैं तो सेंटर पर भी रजिस्टर्ड लोगों को वैक्सीन लगाई जाएंगी।
जानिए वैक्सीन लगवाने के नए नियम
(i) ऑनलाइन स्लॉट के आयोजित सेशन के मामले में अगर लोग वैक्सीन लेने नहीं आते और दिन के अंत में, कुछ डोज बचती है तो ऐसे मामलों में, टीके की बर्बादी को कम करने के लिए कुछ लाभार्थियों का साइट पर रजिस्ट्रेशन कर वैक्सीन दी जा सकती है।
(ii) CoWIN से एक मोबाइल नंबर के साथ 4 लाभार्थियों के पंजीकरण हो सकता है, आरोग्य सेतु और उमंग जैसे एप के माध्यम से पंजीकरण और अपॉइंटमेंट देता है। जिनके पास इंटरनेट या स्मार्ट फोन या मोबाइल फोन तक पहुंच नहीं है, उनके पास अभी भी टीकाकरण के लिए सीमित पहुंच हो सकती है। ये लोग cohort’s facility मिल सकती है।
Cowin पर 18 से 44 साल के लिए ऑन साइट रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट शुरू कर दिया है। ये सुविधा वर्तमान में केवल सरकारी COVID टीकाकरण केंद्रों (CVCs) के लिए ही है। ये सुविधा वर्तमान में निजी कोविड वैक्सीन सेंटर के लिए उपलब्ध नहीं होगी और निजी सीवीसी को अपने टीकाकरण कार्यक्रम को विशेष रूप से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के लिए स्लॉट के साथ प्रकाशित करना होगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को 18 से 44 साल के आयु वर्ग के लिए ऑन-साइट रजिस्ट्रेशन और अपॉइंटमेंट सुविधा का इस्तेमाल करने की सीमा और तरीके के संबंध में राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकार के निर्णय का सख्ती से पालन करने के लिए सभी जिला टीकाकरण अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी करने की कहा है।
Cohort समूहों से संबंधित लाभार्थियों को टीकाकरण सेवाएं प्रदान करने के लिए पूरी तरह से स्पेशल सेशन भी आयोजित किए जा सकते हैं। जहां कहीं भी इस तरह के पूर्ण रिजर्व्ड सेशन आयोजित किए जाते हैं, ऐसे लाभार्थियों को पर्याप्त संख्या में जुटाने के लिए भी सभी प्रयास किए जाने चाहिए।