मुंबई में भारी बारिश, एयरपोर्ट का मेन रनवे दोपहर 2 बजे तक बंद रहा
मुंबई हवाईअड्डे के मुख्य रनवे पर दोपहर दो बजे तक के लिए सभी उड़ानें बंद रहीं, क्योंकि भारी बारिश, दृश्यता में कमी और तेज हवाओं के बीच वहां फंसे स्पाइस जेट के विमान को निकालने की कोशिश की जा रही थी।
मुंबई: मुंबई हवाईअड्डे के मुख्य रनवे पर दोपहर दो बजे तक के लिए सभी उड़ानें बंद रहीं, क्योंकि भारी बारिश, दृश्यता में कमी और तेज हवाओं के बीच वहां फंसे स्पाइस जेट के विमान को निकालने की कोशिश की जा रही थी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारियों के अनुसार, मुंबई के उपनगरों में बुधवार सुबह तक 304 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो मुंबई में आई भीषण बाढ़ के बाद एक दिन में होने वाली सर्वाधिक बारिश है। जब बाढ़ आई थी, तब मुंबई में 945 मिमी बारिश हुई थी। जबकि इस साल 29 अगस्त को 316 मिमी बारिश हुई थी।
मध्यरात्रि से पांच दर्जन से अधिक उड़ानों (अधिकांश अंतर्राष्ट्रीय उड़ान) को अहमदाबाद, बेंगलुरू, हैदराबाद, नागपुर जैसे विभिन्न शहरों की ओर मोड़ दिया गया है, क्योंकि प्रमुख रनवे 9/27 स्पाइसजेट विमान के रनवे पर फिसलने और कीचड़ में फंसने के कारण बंद हो गया था, जिससे उड़ानों का संचालन और भी बाधित हो गया। एक प्रवक्ता ने कहा, "हम हवाईअड्डे पर भारी बारिश और तेज हवाओं का सामना कर रहे हैं। दूसरे रनवे से उड़ानें संचालित हो रही हैं। अस्थिर मौसम की वजह से आगमन व प्रस्थान में 30 मिनट तक की देरी हो रही है।"
एयर इंडिया की एक तकनीकी टीम फंसे विमान को हटाने और अगले कुछ घंटों में नियमित संचालन शुरू करने के लिए स्पाइसजेट के अधिकारियों की मदद कर रही है। बीती रात मुंबई पहुंचने वाली 22 सदस्यीय जिम्बाब्वे की अंडर-19 टीम कल रात से ही नागपुर के डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर फंसी हुई है। नागपुर में फंसे एयर इंडिया के यात्रियों को उस समय और मुश्किलों का सामना करना पड़ा, जब विमानन कंपनी होटल के पर्याप्त कमरों की व्यवस्था नहीं कर सकी, जो अन्य निजी विमानन कंपनियों द्वारा पहले ही बुक कर लिए गए थे।
मंगलवार शाम लगभग 30 मिनट तक उड़ानें बाधित रहीं। खराब मौसम के कारण यहां आने वाली चार उड़ानों के मार्ग में मजबूरन परिवर्तन करना पड़ा। वहीं, मध्यरात्रि के करीब उड़ानों के संचालन को दोबारा रोक दिया गया, क्योंकि स्पाइसजेट का विमान रनवे से फिसल गया था और इसके पहिये कीचड़ में फंस गए, जिससे उड़ानों का संचालन और भी बाधित हो गया।
मुंबई, समूचे तटीय कोंकण क्षेत्र और पश्चिमी महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण सामान्य जन-जीवन प्रभावित हुआ है। मुंबई में 19 से 30 अगस्त के बीच बाढ़ जैसे हालात के ठीक एक माह बाद दोबारा वैसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे (सीएसएमआई) पर मंगलवार शाम के बाद से बारिश, दृश्यता में कमी और तेज हवाओं के कारण उड़ानें प्रभावित हुई हैं। शहर की जीवनरेखा बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट बस सेवा भी विलंब से चल रही है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार तक महाराष्ट्र के कई हिस्सों और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। हालांकि बुधवार को मुंबई और आसपास के इलाकों के लिए चेतावनी स्तर को कम कर दिया गया है, जहां अगले दो दिनों के दौरान कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश हो सकती है। आईएमडी के आंकड़ों के मुताबिक, बुधवार सुबह तक मुंबई के उपनगरीय इलाकों में 304 मिलीमीटर और शहर में 210 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है।
एहतियात के तौर पर शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने मंगलवार देर रात मुंबई महानगरीय क्षेत्र के सभी स्कूलों और कॉलेजों को बुधवार को बंद करने की घोषणा की। मुंबई के प्रसिद्ध डिब्बावालों के प्रवक्ता सुभाष तालेकर ने कहा कि बारिश में फंसने की आशंका को देखते हुए नियमित 2,00,000 टिफिन बॉक्स डिलीवरी सेवा बुधवार को रद्द कर दी गई है। बीएमसी आपदा नियंत्रण ने कहा कि सुबह सात बजे तक पश्चिमी उपनगरों में 245 मिलीमीटर, पूर्वी उपनगरों में 186 मिलीमीटर और दक्षिण मुंबई में 126 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।