म.प्र., राजस्थान, गुजरात में भारी बारिश की चेतावनी
नई दिल्ली: मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा औडिशा औऱ पश्चिम बंगाल में भी
नई दिल्ली: मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और गुजरात के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी वर्षा होने की चेतावनी जारी की है। इसके अलावा औडिशा औऱ पश्चिम बंगाल में भी मंगलवार औऱ बुधवार को भारी बरसात की संभावना प्रकट की गई है।
म.प्र. में कई हिस्सों में बाढ़ के हालात
मध्य प्रदेश में पिछले चार दिनों से तेज और रुक-रुक कर जारी बारिश से कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। नदी, नालों के उफान पर होने से कई सड़कें पानी में डूब गई हैं, जिससे आवागमन बाधित हो रहा है। वहीं बारिश के कारण हुए हादसों में पिछले एक सप्ताह में 37 लोगों की मौत हो चुकी है। भोपाल स्थित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से रविवार को मिली जानकारी के अनुसार रतलाम, आगर-मालवा, शाजापुर, मंदसौर, सीहोर, उज्जैन आदि जिलों में भारी बारिश ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिसके कारण कई गांवों में पानी भर गया है।
भारी बारिश के कारण कई इलाकों में सड़क संपर्क बाधित हो रहा है और जान-मान की भी हानि हो रही है।
म.प्र. में बारिश से 37 लोगों की मौत
नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में अब तक बारिश से 37 लोगों दम तोड़ चुके हैं। वहीं 70 पशुओं की जान चली गई है। इसके अलावा नौ हजार से मकानों को नुकसान पहुंचा है और इनमें से लगभग तीन सौ मकान तो पूरी तरह नष्ट हो गए हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हालांकि अत्यधिक बारिश और बाढ़ से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने शनिवार को अतिवृष्टि एवं बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को स्थिति पर सतत नजर बनाए रखने और तत्काल आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन-जिन स्थानों पर बाढ़ का पानी आ जाता है, वहां सड़कों में तत्काल अवरोधक लगवाएं। सड़क पर पानी होने की स्थिति में आवागमन को सख्ती से रोकें। साथ ही उन्होंने आदेश दिया था कि टूटते हुए पुल-पुलियाओं की शीघ्र मरम्मत की जाए।
राजस्थान में बाढ़ का कहर जारी
उधर, राजस्थान के बाड़मेर औऱ झालावाड़ भारी बारिश जारी है, काली सिंध नदी उफान पर है और घरों व दुकानों में पानी घुस चुका है। नदी का बहाव तो इतना तेज़ है कि बचाव कार्य के लिए रेस्क्यू टीम भी वहां नहीं पहुंच पा रही है।